बलिराम सिंह, लखनऊ
राजनीति जो न करा दे! चुनाव जीतने के लिए कोई खेत में गेहूं की कटाई कर रहा है तो कोई गेहूं की कटाई के साथ-साथ गेहूं की गठरी (बोझा) भी ढो रहा है। कुछ लोग तो पाला बदलने के बाद कार्यकर्ताओं को मनाने के लिए घुटने के बल झुककर माफी मांग रहा है।
सबसे पहले हम फ़िल्म अभिनेत्री और मथुरा से भाजपा सांसद हेमा मालिनी की बात करते हैं। अधिकतर फिल्म अभिनेत्रियां अपनी सुंदरता को बचाने के लिए धूप से बचती हैं। लेकिन आज हेमा मालिनी ने चिलचिलाती धूप में महिलाओं संग गेहूं की फसल की कटाई का फोटो सोशल मीडिया पर शेयर हो रहा है। हेमा मालिनी कल बलदेव विधानसभा क्षेत्र के गढ़ी गोहनपुर गांव में चुनाव प्रचार कर रही थीं। हेमा मालिनी ने अपने अनुभव को सोशल मीडिया एक्स पर साझा किया। ऑफिशियल हेंडल से कुछ तस्वीरें साझा की। अंग्रेजी और हिंदी पोस्ट साझा की गई, जिसमें लिखा था मेरो ब्रज लगे मोहे जग तै प्यारो है।

गढ़ी गोहनपुर के खेत में पहुंचीं सांसद हेमा मालिनी ने गेहूं काट रही महिलाओं से बात की। हेमा मालिनी ने महिलाओं से केंद्र सरकार की योजनाओं को लेकर जानकारी ली। भरोसा दिलाया कि केंद्र की मोदी सरकार हमेशा से महिलाओं का सम्मान करती आई है। महिलाओं से बात के दौरान हेमा मालिनी ने उनसे दरांती ली और फिर उनके साथ गेहूं की फसल काटी। हेमा मालिनी का गेहूं की फसल काटने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
राजेंद्र एस बिंद ने गेहूं की फसल की कटाई के साथ गठरी सिर पर उठाया:

दूसरी ओर, मिर्जापुर से सपा प्रत्याशी राजेंद्र एस बिंद ने न केवल गेहूं के फसल की कटाई की, बल्कि गेहूं की फसल की गठरी भी सिर पर उठाकर खलिहान तक ले गए। राजेंद्र एस बिंद की यह फोटो खूब वायरल हो रही है।
ओमप्रकाश राजभर भी काट चुके हैं गेहूं की फसल:
कुछ दिन पहले उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री एवं सुभासपा प्रमुख ओमप्रकाश राजभर ने भी गेहूं की फसल की कटाई की और कहा- ये सब करके मैं छोड़ चुका हूं। फसल की कटाई के दौरान उनके आसपास मीडिया के कैमरे ज्यादा थे।
घुटने के बल पर बैठकर मांग चुके हैं माफी:

पिछले सप्ताह ओमप्रकाश राजभर के पुत्र एवं घोसी से सुभासपा प्रत्याशी अरविंद राजभर की एक वीडियो वायरल हुई थी। वीडिया में उपमुख्यमंत्री ब्रजेश मिश्रा के निर्देश पर अरविंद राजभर घुटने के बल पर बैठकर कार्यकर्ताओं से माफी मांगते नजर आ रहे थे। चूंकि पिछले साल सुभासपा प्रमुख ने समाजवादी पार्टी से नाता तोड़कर भाजपा के साथ आए थे। सपा गठबंधन के दौरान सुभासपा प्रमुख द्वारा भाजपा पर किए गए तीखे हमले की टीस अभी भी भाजपा कार्यकर्ताओं के मन-मस्तिष्क में है। इस नाराजगी को दूर करने के लिए अरविंद राजभर ने घुटने के बल पर बैठकर माफी मांगी थी।