यूपी80 न्यूज, लखनऊ
उत्तर प्रदेश में सपा के कई नेताओं को अखिलेश यादव बाहर का रास्ता दिखा सकते हैं। प्रदेश में 2027 में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर समाजवादी पार्टी ने कमर कस ली है। लोकसभा चुनाव 2024 में 37 सीटें जीतने वाली समाजवादी पार्टी ने 2027 में विधानसभा चुनाव के लिए नई रणनीतियों पर काम करना शुरू कर दिया है।
अब समाजवादी पार्टी जिलेवार सक्रिय और निष्क्रिय पदाधिकारियों की सूची तैयार कर रही है, जिसमें निष्क्रिय पदाधिकारियों की सपा छुट्टी करने वाली है। समाजवादी पार्टी की जिला और महानगर इकाइयों को मासिक बैठक को गंभीरता से लेने के निर्देश प्रदेश मुख्यालय की तरफ से दिए गए हैं।
समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्याम लाल पाल ने जिला अध्यक्ष और महानगर अध्यक्ष को पत्र भेज कर जिला और महानगर संगठन से हर महीने की 15 तारीख तक 6 बिंदुओं पर रिपोर्ट मांगी है। मासिक रिपोर्ट में आयोजन की तिथि, उसमें शामिल होने वाले सांसद, विधायक, पूर्व सांसद, पूर्व विधायक और जिला पंचायत अध्यक्षों के नाम, विधानसभा क्षेत्रों और प्रकोष्ठों की मासिक बैठक का पूरा विवरण भेजना होगा।
जिले में होने वाले धरना प्रदर्शन, जिले में होने वाली अपहरण, फिरौती, डकैती, दुष्कर्म और अन्य घटनाओं पर पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं के उत्पीड़न पर फर्जी मुकदमे दर्ज होने की जानकारी भी अब हर महीने प्रदेश मुख्यालय को भेजी जाएगी। पार्टी सूत्रों की माने तो लंबे समय से प्रदेश मुख्यालय को इस बात की सूचना मिल रही थी कि कई जिलों और महानगर संगठनों की होने वाली मासिक बैठकों में कई बड़े नेता अनुपस्थित रह रहे हैं। सपा ने तय किया है कि अब 2027 के लिए छोटी- छोटी चीजों पर काम करना है। निष्क्रिय पदाधिकारियों की जगह सक्रिय पदाधिकारियों को जगह देनी है। रिपोर्ट के आधार पर निष्क्रिय पदाधिकारियों की सपा छुट्टी कर सकती है।
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