अखिलेश सरकार से 7 गुना ज्यादा एनकाउंटर योगी सरकार में हुए
45% encounter fake in UP.. 7 times more encounters in Yogi government than Akhilesh government
यूपी80 न्यूज, लखनऊ
विकास दुबे और उसके सहयोगियों का एनकाउंटर में मारे जाने के बाद प्रदेश में एक बार फिर से एनकाउंटर को लेकर बहस शुरू हो गई है। योगी सरकार में पिछले 3 साल में एनकाउंटर में 112 मौतें हुई हैं, जो कि पूर्ववर्ती अखिलेश यादव की सरकार की अपेक्षा 7 गुना ज्यादा हैं। उधर, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के अनुसार पिछले 18 सालों में देश में हुए कुल 1804 फर्जी एनकाउंटर में से 45 परसेंट यूपी में हुए।
बता दें कि प्रदेश में अपराध पर लगाम लगाने के लिए सीएम बनते हुए योगी आदित्यनाथ ने पुलिस को एनकाउंटर की खुली छूट दी। इसका असर भी दिखा। जमानत पर छूटे कई अपराधी अपनी जमानत रद्द करा कर दोबारा जेल जाने लगे। हालांकि इस दौरान यूपी पुलिस पर फर्जी एनकाउटंर का भी आरोप लगा है।
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अखिलेश सरकार में हुए एनकाउंटर:
2014-15-7
2015-16-5
2016-17-4
योगी सरकार में हुए एनकाउंटर:
2017-18-37
2018-19-55
2019-20-20
6 जनवरी 2019 को केंद्रीय गृह राज्यमंत्री हंसराज अहीर ने राज्यसभा में बताया कि वर्ष 2018 में भारत में 22 फेक एनकाउंटर हुए। इनमें 17 अर्थात 77 परसेंट से भी ज्यादा उत्तर प्रदेश में हुए। उधर, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने भी एक आरटीआई के जवाब में बताया कि भारत में 2000 से 2018 के बीच 1804 फर्जी एनकाउंटर हुए। इनमें से 811 फर्जी एनकाउंटर अर्थात 45 परसेंट अकेले उत्तर प्रदेश में हुए। इस मामले में 2012 से लेकर 2017 के बीच उत्तर प्रदेश सरकार को पीड़ित परिवारों को सबसे ज्यादा 13 करोड़ 23 लाख रुपए मुआवजा देना पड़ा।
आश्चर्य की बात यह है कि 2000 से 2018 तक 18 सालों में 810 पुलिसवालों पर केस हुआ। 334 चार्जशीट हुई और इनमें से केवल 26 को सजा हुई।
2012-17 के दौरान फर्जी एनकाउंटर मामलों में राज्यों द्वारा पीड़ित परिवारों को दी गई मुआवजा राशि (राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग से प्राप्त जानकारी) :
यूपी-13.23 करोड़
असम-5.71 करोड़
मणिपुर-3.54 करोड़
झारखंड-3.20 करोड़
बिहार-2.38 करोड़
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