यूपी80 न्यूज, लखनऊ
प्रदेश में चकबन्दी विभाग के भ्रष्ट अधिकारियों, कर्मचारियों के प्रति कठोर कार्यवाही का सिलसिला जारी है। भ्रष्टाचार मामले में बलिया के चकबंदी अधिकारी सहित चार अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है।
चकबन्दी आयुक्त जीएस नवीन कुमार द्वारा ग्राम सरसेना, परगना चिरैयाकोट तहसील मोहम्मदाबाद गोहना जनपद मऊ के शिकायती प्रार्थना पत्र पर ग्राम के अन्तिम अभिलेख में की गयी अनियमितताओं की जांच निदेशालय स्तर से गठित समिति द्वारा करायी गयी। समिति के जांच आख्या में यह तथ्य प्रकाश में आया कि तत्कालीन चकबन्दी अधिकारी द्वारा आदेश 30 जून 2016 पारित करके खेल कूद के मैदान हेतु भूमि सुरक्षित कर खातेदारों को अनुचित लाभ पहुँचाया गया तथा बिना चकबन्दी समिति के प्रस्ताव के ही एवं बिना ग्राम सभा को नोटिस दिये पारित किया गया।
चकबंदी आयुक्त ने श्री कुमार ने बताया कि तत्कालीन चकबन्दी अधिकारी जगदीश कुमार (फिलहाल बलिया में चकबंदी अधिकारी के तौर पर तैनात हैं) को निलम्बित करते हुये उनके विरूद्ध अनुशासनिक कार्यवाही प्रारम्भ की गयी। साथ ही ग्राम के अन्तिम भूचित्र में गाटा संख्या-1278, 1275 व 1279 की आकृति कूटरचित तरीके से त्रुटिपूर्ण ढंग से बना के शिकायतकर्ता को क्षति पहुंचाने तथा अन्य खातेदारों को अनुचित लाभ पहुचाने के दोषी तत्कालीन चकबन्दीकर्ता इन्द्रजीत यादव सम्प्रति चकबन्दीकर्ता सन्तकबीरनगर तथा प्रमोद कुमार पाण्डेय व यशवन्त सिंह, चकबन्दी लेखपालगण को निलम्बित किया गया है। उनके खिलाफ अनुशासनिक कार्रवाई करने के साथ एफआईआई दर्ज कराने के निर्देश दिए हैं।