कालजयी काव्य ग्रंथ ‘भारत के भारत रत्न’ का हुआ भव्य लोकार्पण, देश-विदेश के 215 कवियों ने किया योगदान
यूपी80 न्यूज, नई दिल्ली
देश की राजधानी दिल्ली स्थित हिन्दी भवन में कालजयी काव्य ग्रंथ ‘भारत के भारत रत्न Bharat Ke Bharat Ratna’ का भव्य लोकार्पण एवं सम्मान समारोह संपन्न हुआ। समरोह में देश के कोने-कोने से आए हुए 150 साहित्यकारों ने प्रतिभाग किया। इस अवसर पर दिल्ली की रोहिणी निवासी वरिष्ठ कवयित्री सीमा पटेल Seema Patel को ‘काव्य रत्न सम्मान Kavya Ratna Samman’ से सम्मानित किया गया। साथ ही, उन्हें गोल्डेन बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड Golden Book Of World Records में दर्ज कार्यक्रम में सहभागी रचनाकार होने का सम्मान पत्र भी दिया गया। मुंबई से पधारे स्वगताध्यक्ष राजकुमार छापड़िया ने सभी अतिथियों का शॉल, पुष्प गुच्छ व प्रतीक चिन्ह देकर स्वागत किया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सुदर्शन चैनल के प्रबन्ध निदेशक सुरेश चौहान ने इस कृति को राष्ट्रीय अस्मिता का ग्रन्थ बताते हुए कहा कि यह केवल एक ग्रन्थ नहीं बल्कि राष्ट्रीय धरोहर बन गया है। इससे भारत की आने वाली पीढ़ी को हमारे देश की महान विभूतियों के बारे में काव्यात्मक रूप से पढ़ने को मिलेगा।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त साहित्यकार पद्मश्री डॉ श्याम सिंह ‘शशि’ ने कहा कि हिंदी साहित्य के इतिहास में इस प्रकार का कार्य होना अपने आप में स्तुत्य है। हमारे राष्ट्र के महापुरुषों को कविताओं के माध्यम से व्यक्त कर एक श्लाघनीय कार्य किया गया है।
इस ग्रन्थ की समीक्षा करते हुए विशिष्ट अतिथि और नागरी लिपि परिषद के महामंत्री डॉ. हरि सिंह पाल ने कहा कि इस विशाल ग्रन्थ में देश विदेश के 215 कवियों ने एक ऐसे नए विषय पर सृजन किया है, जो अभी तक अछूता था।
विशिष्ट अतिथि और हिंदी अकादमी दिल्ली के सचिव डॉ जीतराम भट्ट ने इसे कालजयी ग्रन्थ की संज्ञा देते हुए कहा कि इसे भारत की प्रत्येक लाइब्रेरी में होना चाहिए। संस्था के संस्थापक एव अध्यक्ष डॉ राजीव कुमार पाण्डेय ने संचालन करते हुए भारत रत्न महोत्सव की चर्चा करते हुए बताया कि इस महोत्सव में 301 कवियों ने कविता पाठ करके गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज कराया था।