यहां के मतदाताओं को बेनी बाबू की कमी महसूस होगी; भाजपा, बसपा, कांग्रेस, अपना दल (एस) सहित हर दल से पटेल चेहरों की होड़
डॉ राजेश वर्मा, बाराबंकी
दिग्गज समाजवादी नेता रहे पूर्व केंद्रीय मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा के गढ़ बाराबंकी में इस बार सदर से सपा विधायक सुरेश यादव को टक्कर देने के लिए हर दल से पटेल उम्मीदवार टिकट की जुगत में लगे हैं। चाहे भाजपा हो या बसपा अथवा केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल की पार्टी अपना दल (एस), इन सभी दलों से टिकट के लिए पटेल समाज के युवा चेहरे कोशिश कर रहे हैं।
बता दें कि कुर्मी बाहुल्य बाराबंकी सहित आसपास के जिलों में पूर्व केंद्रीय मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा की धमक रहती थी। लेकिन डेढ़ साल पहले कोरोना काल में उनके निधन के बाद बाराबंकी में पीएल पूनिया के अलावा कोई अन्य बड़ा चेहरा नजर नहीं आता है। यहां की ग्राम पंचायत से लेकर लोकसभा चुनाव में बेनी प्रसाद वर्मा की प्रत्यक्ष अथवा अप्रत्यक्ष तौर पर महत्वपूर्ण भूमिका रहती थी। लेकिन इस बार चुनाव में उनकी कमी खलेगी।
सदर से सपा विधायक सुरेश यादव तीसरी बार चुनावी दंगल में उतरेंगे। उनके खिलाफ पूर्व मंत्री संग्राम सिंह वर्मा के भाई सुरेंद्र सिंह वर्मा एक बार फिर ताल ठोकने की कोशिश कर रहे हैं। हालांकि भाजपा से सुरेंद्र सिंह वर्मा के अलावा अलका पटेल, हरगोविंद सिंह व देवा ब्लॉक से नवनिर्वाचित ब्लॉक प्रमुख धर्मेंद्र यादव भी कोशिश कर रहे हैं।
इनके अलावा भाजपा की सहयोगी पार्टी अपना दल (एस) से एडवोकेट कुलदीप वर्मा की होर्डिंग-बैनर बड़े पैमाने पर दिख रहे हैं। अर्थात हाईकोर्ट के वकील कुलदीप वर्मा भी गठबंधन के तहत टिकट की दावेदारी कर रहे हैं।
उधर, बसपा से जनपद के वरिष्ठ आई सर्जन डॉ.विवेक सिंह वर्मा भी टिकट की लाइन में खड़े हैं। जनपद के रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन से लेकर चौक-चौराहों पर डॉ.विवेक सिंह के होर्डिंग-बैनर नजर आ रहे हैं। कांग्रेस की तरफ से राजेंद्र वर्मा टिकट की दावेदारी कर रहे हैं। अब देखना यह है कि ये तमाम चेहरे आगामी विधानसभा चुनाव में सुरेश यादव के सामने टिकट पाने में सफल हो पाते हैं अथवा शीर्ष नेतृत्व किसी अन्य चेहरे को सपा प्रत्याशी के खिलाफ उतारता है। इसके अलावा यह भी देखना है कि बेनी बाबू के निधन के बाद यहां के कुर्मी मतदाता किस दल की चुनावी नैया पार लगाता है।
अर्बन लिंक मैगजीन के सीईओ एवं वरिष्ठ पत्रकार डॉ.राजेश वर्मा