यूपी80 न्यूज, वाराणसी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचे। यहां पर उन्होंने 451 करोड़ की लागत से निर्मित होने वाली अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम का शिलान्यास किया एवं 1115 करोड़ की लागत से निर्मित 16 अटल आवासीय विद्यालयों का लोकार्पण किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान कपिल देव, महान क्रिकेट खिलाड़ी कपि सचिन तेंदुलकर, सुनील गावस्कर, रवि शास्त्री सहित कई हस्तियां उपस्थित थीं।
इस मौके पर प्रधानमंत्री ने कहा कि काशी और संस्कृति दोनों एक ही ऊर्जा के दो नाम हैं। उन्होंने कहा कि वो पूरी दुनिया में काशी का डंका बजाना चाहते हैं। प्रधानमंत्री ने इस बात की भी जानकारी दी कि जल्द ही काशी सांसद ज्ञान महोत्सव और काशी सांसद टूरिस्ट गाइड प्रतियोगिता का भी आयोजन किया जाएगा।
काशी में नई परंपराओं की ये शुरुआत भर है : मोदी
इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने सांसद खेल प्रतियोगिता पोर्टल को लांच किया। उन्होंने कहा कि चाहे सांसद खेल प्रतियोगिता हो, सांस्कृतिक महोत्सव हो। काशी में नई परंपराओं की ये शुरुआत है। अब यहां काशी सांसद ज्ञान प्रतियोगिता का भी आयोजन किया जाएग। उन्होंने कहा कि उनकी इच्छा है कि यहां अब काशी सांसद टूरिस्ट गाइड प्रतियोगिता का आयोजन हो। पूरी दुनिया में कोई गाइड की बात करे तो काशी के गाइड का नाम सबसे सम्मान से लिया जाए।
प्रधानमंत्री ने उत्तर प्रदेश के 16 अटल आवासीय विद्यालयों को लोकार्पित करते हुए कहा कि बनारस शिक्षा का एक बड़ा केंद्र रहा है। बनारस की शैक्षणिक सफलता का सबसे बड़ा आधार है इसका सर्व समावेशी स्वभाव। देश दुनिया के कोने कोने से आकर लोग यहां पढ़ाई करते हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए 16 अटल आवासीय विद्यालय का लोकार्पण किया गया है। ये भव्य स्कूल, हमारे श्रमिक और समाज के कमजोर वर्ग के बच्चों के लिए किया गया काम है। इससे उनसे अच्छी शिक्षा और संस्कार मिलेंगे। जिन लोगों की कोरोना में दुखद मृत्यु हो गई उनके बच्चों को यहां निशुल्क पढ़ाया जाएगा। यहां कोर्स के साथ साथ संगीत, कला, कंम्प्यूटर और खेल के लिए भी शिक्षक होंगे।
पूर्वांचल के युवाओं के लिए वरदान साबित होगा ये स्टेडियम:
प्रधानमंत्री ने वाराणसी में इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम की आधारशिला रखी। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि ये ना सिर्फ वाराणसी बल्कि पूर्वांचल के युवाओं के लिए एक वरदान साबित होगा। महादेव की नगरी में ये स्टेडियम और उसकी डिजाइन स्वयं महादेव को ही समर्पित है। इसमें क्रिकेट के एक से बढ़कर एक मैच होंगे। यहां खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय मैचों की ट्रेनिग का लाभ मिलेगा। आने वाले दिनों में क्रिकेट मैचों की संख्या भी बढ़ने जा रही है। जब क्रिकेट मैच बढ़ेंगे तो नये नये स्टेडियम की जरूरत बढ़ेगी। बनारस का ये स्टेडियम इस डिमांड को पूरा करेगा। पूरे पूर्वांचल का ये चमकता हुआ सितारा बनेगा।