यूपी80 न्यूज, लखनऊ
उत्तर प्रदेश Uttar Pradesh में बिजली कर्मचारियों electricity workers के हड़ताल strike से निपटने के लिए प्रदेश सरकार ने सख्ती का रूख अपनाया है। ऊर्जा मंत्री एके शर्मा power minister AK Sharma ने काम पर न आने वाले संविदा कर्मियों को बर्खास्त करने के निर्देश दिए हैं। हड़ताल के दौरान काम करने वाले कर्मियों का उन्होंने धन्यवाद भी दिया है।
ऊर्जा मंत्री ने जनता से अपील करते हुए कहा कि बिजली आपूर्ति सुचारू रूप से जारी है, कहीं कोई दिक्कत आ रही है तो उसका समाधान किया जा रहा है। जनता धैर्य बनाये रखे सब कुछ जल्द ठीक हो जाएगा। 12 संविदाकमिर्यो की सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं। उनके स्थान पर वैकल्पिक व्यवस्था की योजना सरकार बना रही है।
बता दें कि कल रात 10 बजे से बिजली कर्मचारी हड़ताल पर हैं। सरकार ने इस पर कड़ा रुख अपनाते हुए काम पर नहीं आने वाले संविदाकर्मियों को बर्खास्त करने और प्रदर्शन के दौरान तोड़फोड़ होने पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून रासुका लगाने की चेतावनी दी है।
उधर, बिजली कर्मियों के एक अन्य धड़े ने इस हड़ताल के मद्देनजर अपने अभियंताओं को दो घंटे अतिरिक्त काम करने को कहा है। हड़ताल का आह्वान करने वाली ‘विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति’ के संयोजक शैलेन्द्र दुबे ने बताया कि प्रदेश के करीब एक लाख बिजलीकर्मियों ने आज रात 10 बजे से तीन दिन की हड़ताल शुरू कर दी है।
ऊर्जा मंत्री का दावा, कई बिजली संगठनों ने हड़ताल से खुद को अलग किया। उन्होंने बताया कि सरकार ने समझौते में कहा था कि बिजली कम्पनियों के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक का चयन मुख्य सचिव की अध्यक्षता में गठित एक समिति के जरिये ही किया जाएगा, लेकिन इस व्यवस्था को बंद करके अब इन पदों पर स्थानांतरण के आधार पर तैनाती की जा रही है। यह टकराव का सबसे बड़ा मुद्दा बन गया है। हड़ताल के मद्देनजर प्रदेश भर में अलर्ट घोषित किया गया है।