अखिलेश यादव के नहीं पहुंचने पर भाजपा हुई हमलावर, पिछड़ों का अपमान बताया
यूपी80 न्यूज, लखनऊ
विक्रमादित्य चौराहा स्थित सपा कार्यालय से महज एक किलोमीटर की दूरी पर है उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के पोते संदीप सिंह का आवास 2, मॉल एवेन्यू। पीजीआई में निधन के बाद कल्याण सिंह का पार्थिव शरीर यहीं पर लाकर रखा गया। बसपा सुप्रीमो मायावती 22 अगस्त की सुबह सबसे सबसे पहले श्रद्धांजलि देने पहुंची। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी यहीं पर आकर कल्याण सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित की। लेकिन उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव एवं उनके पिता पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव श्रद्धांजलि देने नहीं पहुंचे। सपा के अलावा कांग्रेस नेताओं ने भी दूरी बना ली।
इस मामले को लेकर सपा प्रमुख पर भाजपा हमलावर हो गई है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह ने कहा है कि मुस्लिम तुष्टीकरण की वजह से अखिलेश यादव पिछड़ों के सबसे बड़े नेता को श्रद्धांजलि अर्पित करने नहीं पहुंचे।
भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा,
“अखिलेश यादव उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय कल्याण सिंह ‘बाबूजी’ को अंतिम विदा देने के लिए नहीं आकर पिछड़े वर्ग की बात करने का नैतिक अधिकार आपने खो दिया।आपके द्वारा पिछड़ा वर्ग की बात करना केवल ढोंग है।”
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प्रदेश के कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा,
“मुलायम सिंह और अखिलेश यादव पिछड़ों के वोट तो लेते हैं, लेकिन पिछड़ों के सबसे बड़े नेता कल्याण सिंह जी की लोकप्रियता को वो बर्दाश्त नहीं कर पाए। सपा और कांग्रेस का कोई भी नेता ‘बाबूजी’ की अंतिम यात्रा में शोक संवेदना व्यक्त करने नहीं पहुंचा।”
सपा का पलटवार:
सपा प्रवक्ता एवं विधान परिषद सदस्य सुनील सिंह यादव ने कहा है,
“भाजपा नेताओं ने आज तक किसी भी पिछड़े-दलित का उसके जीते जी सम्मान नहीं किया, पर मरणोपरांत उनकी जाति बताकर चुनावी लाभ लेने में पीछे नहीं रहते!
ये वही हैं जब जनता ऑक्सीजन की कमी से मरती रही, लेकिन आपदा में भी बंगाल चुनाव जीतने का कोई अवसर ये अवसरवादी छोड़ना नहीं चाहते थे।”