फूलपुर ने देश को पहला प्रधानमंत्री दिया था। पटेल बाहुल्य इस सीट ने पं. नेहरू, वीपी सिंह, जनेश्वर मिश्र को पहुंचाया संसद
यूपी80 न्यूज, पटना/प्रयागराज
लोकसभा चुनाव 2024 में बिहार Bihar के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार Nitish Kumar नालंदा के अलावा उत्तर प्रदेश की ऐतिहासिक सीट फूलपुर Phoolpur से भी चुनाव लड़ सकते हैं। राजनीतिक गलियारों में इसकी चर्चा तेज हो गई है। कहा जा रहा है कि विपक्ष को एकजुट करने के लिए नीतीश कुमार उत्तर प्रदेश Uttar Pradesh के पूर्वांचल से चुनाव लड़ेंगे।

पिछले महीने अगस्त में बिहार में सत्ता परिवर्तन के बाद नीतीश कुमार 2024 लोकसभा चुनाव के मद्देनजर विपक्ष को गोलबंद करना शुरू कर दिए हैं। इसी रणनीति के तहत उन्होंने पिछले सप्ताह दिल्ली में सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, इनेलो प्रमुख ओमप्रकाश चौटाला, लेफ्ट प्रमुख प्रकाश करात व डी राजा सहित तमाम वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की।

विपक्ष के नेताओं से मुलाकात के बाद दो दिन पहले उत्तर प्रदेश के सपा कार्यालय पर नीतीश कुमार और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के पोस्टर भी लगाए गए। इसी रणनीति के तहत अब नीतीश कुमार के उत्तर प्रदेश की कुर्मी बाहुल्य सीट फूलपुर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने की चर्चा शुरू हो गई है। वरिष्ठ पत्रकार सुकेश रंजन ने भी नीतीश कुमार के फूलपुर से चुनाव लड़ने की संभावना जताते हुए सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है।

आखिर फूलपुर ही क्यों?
प्रयागराज जनपद की फूलपुर संसदीय सीट ऐतिहासिक रही है। इस सीट ने देश को दो प्रधानमंत्री दिए हैं। देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू यहां से तीन बार सांसद निर्वाचित हुए। उनके निधन के बाद हुए उपचुनाव में उनकी बहन विजय लक्ष्मी पंडित यहां से सांसद बनीं। इसी सीट से छोटे लोहिया के नाम से लोकप्रिय जनेश्वर मिश्र, सामाजिक न्याय के पुरोधा पूर्व प्रधानमंत्री वीपी सिंह को फूलपुर की जनता से विजय तिलक लगाकर संसद भेजा था।

इसी सीट से रामपूजन पटेल जैसे जमीनी नेता भी तीन बार सांसद बने। उत्तर प्रदेश के वर्तमान उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य भी यहां से सांसद रह चुके हैं। केशव प्रसाद मौर्य के डिप्टी सीएम बनने के बाद 2018 में हुए उपचुनाव में यहां से भाजपा के कौशलेंद्र सिंह पटेल को सपा गठबंधन के उम्मीदवार नागेंद्र प्रताप सिंह पटेल ने पटखनी दी थी। हालांकि नागेंद्र प्रताप सिंह पटेल फिलहाल अपना दल (एस) में हैं।
