सांसद MP Pakaudi Lal Kol का बेटा राहुल प्रकाश कोल MLA Rahul Prakash Kol विधायक, दो बहूएं व एक बेटी ने पंचायत चुनाव में लहराया जीत का परचम
अशोक जायसवाल, वाराणसी
उत्तर प्रदेश में हुए त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव Panchayat Election में प्रदेश के सबसे बड़े आदिवासी राजनैतिक परिवार Tribal political family ने भी अपनी जीत का परचम लहराया है। अपना दल (एस) Apna Dal S सांसद पकौड़ी लाल कोल MP Pakaudi Lal Kol प्रदेश की राजनीति में सबसे ताकतवर आदिवासी नेता बनकर उभरे हैं। सांसद पकौड़ी लाल कोल की बहू रिंकी सिंह और बेटी सुमन कोल Suman Kol ने जिला पंचायत सदस्य का चुनाव जीता है तो छोटी बहू गरिमा कोल Garima Kol ने बीडीसी चुनाव में जीत का झंडा बुलंद किया है। सोनभद्र Sonbhadra से सांसद पकौड़ी लाल कोल के बेटे राहुल कोल वर्तमान में मिर्जापुर Mirjapur के छानबे विधानसभा से अपना दल (एस) विधायक हैं।
बहू रिंकी सिंह:
विधायक राहुल कोल की पत्नी रिंकी सिंह मिर्जापुर के वार्ड राजगढ़ 3 से अपना दल (एस) से जिला पंचायत सदस्य निर्वाचित हुई हैं। इस बार मिर्जापुर जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है। ऐसे में माना जा रहा है कि यदि पकौड़ी लाल कोल जोड़-तोड़ में सफल हुए तो अध्यक्ष की कुर्सी उनके परिवार के पास आएगी।
पढ़ते रहिए www.up80.online कोरोना नियंत्रण के बाद ही पंचायत अध्यक्ष व ब्लॉक प्रमुख का होगा चुनाव!

छोटी बेटी सुमन देवी:
सांसद पकौड़ी लाल कोल की छोटी पुत्री सुमन देवी प्रयागराज के मांडा क्षेत्र से जिला पंचायत सदस्य निर्वाचित हुई हैं।
छोटी बहू गरिमा कोल:
सांसद कोल की छोटी बहू गरिमा कोल मिर्जापुर के पटेहरा कला से बीडीसी चुनी गई हैं। सांसद के छोटे बेटे जगप्रकाश कोल की पत्नी हैं गरिमा कोल। गरिमा कोल ब्लॉक प्रमुख की दावेदार हैं। पूर्व में यहां से सांसद पकौड़ी लाल कोल की पत्नी पन्ना देवी यहां से दो बार ब्लॉक प्रमुख रह चुकी हैं।

सांसद पकौड़ी लाल कोल, एक परिचय:
पकौड़ी लाल कोल ने 1998 में अपना दल के बैनर तले रॉबर्ट्सगंज से लोकसभा का चुनाव लड़ा। 2002 में बसपा के टिकट पर मिर्जापुर के छानबे विधानसभा से विधायक चुने गए। उन्होंने 9 मार्च 2004 में बसपा से त्यागपत्र देकर सपा में शामिल हो गए और 2004 में लोकसभा का चुनाव महज 9000 वोटों से हार गए। 2007 में हुए लोकसभा उपचुनाव में पकौड़ी लाल कोल महज 339 वोटों से हार गए। लेकिन वर्ष 2009 में पकौड़ी लाल कोल 54009 वोटों से जीतकर सांसद बने। वर्ष 2019 में अपना दल एस के टिकट पर उन्होंने दोबारा जीत हासिल की है। फिलहाल प्रदेश के आदिवासी समाज में पकौड़ी लाल कोल सबसे ताकतवर नेता बनकर उभरे हैं।

पढ़ते रहिए www.up80.online सपा-बसपा के अलावा भाजपा भी आजमगढ़ जिला पंचायत अध्यक्ष की रेस में शामिल