यूपी 80 न्यूज़, लखनऊ
लोकसभा चुनाव के बाद यूपी में बीजेपी के सहयोगी दलों ने ओबीसी आरक्षण के मुद्दे पर बीजेपी को घेरना शुरू कर दिया है। अपना दल एस की राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल के बाद अब योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री संजय निषाद ने भी आरक्षण के मुद्दे पर योगी सरकार को घेरना शुरू कर दिया है। वे कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी को भी खुलकर कोस रहे हैं।
केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल द्वारा यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ को लिखे पत्र पर मंत्री संजय निषाद ने कहा, “कांग्रेस, सपा और बीएसपी आरक्षण के कारण ही खत्म हुईं। आरक्षण से जुड़ी विसंगति दूर करना सरकार की प्राथमिकता होनी चाहिए। इस मामले पर चर्चा होनी चाहिए।”
संजय निषाद ने कहा कि किन परिस्थितयों में अनुप्रिया पटेल ने पत्र लिखा यह तो वही बता सकती हैं। लेकिन आरक्षण के मुद्दे पर सपा, बसपा और कांग्रेस खत्म हो गई। आरक्षण संविधान का दिया हुआ हक है। आरक्षण में विसंगति दूर करना चाहिए। कुछ कमियां हैं तो दूर हो जाएं। कई मुद्दे चर्चा से हल हो जाते हैं।
उन्होंने कहा कि सरकार में रहते हैं तो कई बार मुद्दों का चर्चा से समाधान हो जाता है। इस पर चर्चा होनी चाहिए कैसे ये सब हो रहा है। निषादों के आरक्षण के मुद्दे पर भी चर्चा होनी चाहिए।
बता दे कि NSF (not suitable found) को लेकर केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने कल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा था और इसे समाप्त करने की मांग की थी। अनुप्रिया पटेल ने कहा था कि इसकी वजह से एससी, एसटी और पिछड़ा वर्ग के अभ्यर्थियों को काफी नुकसान हो रहा है।
उधर, इस मामले को लेकर सपा सांसद लालजी वर्मा सोशल मीडिया के जरिए लगातार अभियान चला रहे हैं। और ओबीसी समाज से आने वाले डॉ सर्वेश वर्मा को न्याय दिलाने की मांग कर रहे हैं।