यूपी80 न्यूज, आजमगढ़
पूर्व पूर्व मंत्री हीरालाल गौतम के नाम जारी तीन असलहों के शस्त्र लाइसेंस निरस्त कर दिए गए। श्री गौतम फिलहाल हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा भुगत रहे हैं।
सरायमीर थाना क्षेत्र के खानपुर दोस्तपुर ग्राम निवासी हीरालाल गौतम पुत्र रामजश बसपा कार्यकाल में प्रदेश के मंत्री पद पर आसीन रहे। वर्ष 2011 में ब्लाक प्रमुख चुनाव के दौरान सरायमीर क्षेत्र के ग्राम इसरौली दलित बस्ती के समीप चुनावी रंजिश के चलते फौजदार राम की हत्या कर दी गई थी। बसपा सरकार के कार्यकाल में इस मामले में आरोपित पूर्व मंत्री हीरालाल गौतम को पुलिस विवेचना के दौरान क्लीन चिट मिल गई। लेकिन मृतक पक्ष ने फैसले के खिलाफ न्यायालय में अपील की।
बताते हैं कि मामले की सुनवाई के दौरान इस घटना के मुख्य आरोपी ने न्यायालय में पूर्व मंत्री की सहभागिता को स्वीकार किया, जिसके चलते अदालत ने पूर्व मंत्री व अन्य आरोपियों के खिलाफ आजीवन कारावास की सजा सुनाई तभी से पूर्व मंत्री जिला कारागार में निरुद्ध हैं। अब इस मामले में आरोपी रहे सजायाफ्ता हीरालाल गौतम के नाम तीन शस्त्र रायफल, रिवाल्वर एवं बन्दूक के लाइसेंस जारी होने की जानकारी प्रशासन को मिली। जिलाधिकारी विशाल भारद्वाज ने अभियोजन पक्ष के बस एवं तर्कों के आधार पर शस्त्र लाइसेंसी अभियुक्त हीरालाल गौतम के तीनों शस्त्रों के लाइसेंस को निरस्त कर दिया।

