यूपी80 न्यूज, लखनऊ
उत्तर प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय को बहराइच जाने से प्रशासन ने रोक दिया है। सपा नेता 12 बजे बहराइच पहुंच कर पीड़ित परिवारों से मुलाकात करने वाले थे, लखनऊ से निकलने से पहले ही उन्हें रोक लिया गया।
सपा नेता माता प्रसाद पांडेय ने बहराइच जाने की अनुमति न मिलने पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह सरकार की तानाशाही और मनमानी है। सपा नेता ने कहा कि जिला प्रशासन ने कहा है कि हमारे आने से शांति-व्यवस्था में बाधा पैदा हो सकती है, जो ठीक नहीं है। हमसे उन्होंने अनुरोध किया है कि न आइए। मैं वहां जाना तो चाहता था, पर अगर जाएंगे तो जिले के अंदर जाने नहीं देंगे, बॉर्डर पर रोक देंगे और अगर बॉर्डर पर रोक देंगे तो वहां अनावश्यक कन्फर्टेशन होगा।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि यह घटना पुलिस की उदासीनता और लापरवाही के कारण हुई। हमने यही पढ़ा है कि पुलिस प्रशासन अगर चाहता तो यह घटना नहीं होती। सपा नेता ने कहा कि मेरी मांग है कि इसकी उच्च स्तरीय जांच कराई जाए और जो भी इसमें दोषी हो उसके खिलाफ कार्रवाई हो। सीएम को भी उच्च स्तरीय मांग की चिट्ठी लिखेंगे, अगर 2 दिन बाद अब जाने की अनुमति नहीं मिलेगी, तब भी जाएंगे चाहे गिरफ्तारी देनी पड़े तब भी जाएंगे।
इसके पहले भी एक बार जाने का प्रयास किया था पर तब एसपी ने रिक्वेस्ट किया था, अब आज दूसरी बार मना किया गया। लेकिन अब अगली बार कोई भी मना करे हम फिर भी जाएंगे।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि किसकी गलती है, इसके लिए उच्च स्तरीय जांच होना जरूरी है। उन्होंने कहा कि जहां तक एनकाउंटर की बात है यह एनकाउंटर नहीं, बल्कि पकड़कर पैर में गोली मारने जैसा है। इस सरकार में बड़ी घटनाएं ऐसी हो रही हैं और एनकाउंटर नहीं हो रहा है बल्कि हत्याएं हो रही हैं। बुलडोजर कार्रवाई पर उन्होंने कहा कि यह सरकार अपनी मनमाने ढंग से जो चाहती है वह करती है, जो 3 दिन का समय दिया गया है, घर इतने दिनों से बना है तीन दिनों के अंदर कैसे कोई वहां से हट जाएगा उनको पर्याप्त समय देना चाहिए।