आज काशी में पर्यटकों के आवक में बेतहाशा वृद्धि हुई है-मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
यूपी80 न्यूज, वाराणसी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को सबसे लंबे जलमार्ग पर वाराणसी से डिब्रूगढ़ के लिए गंगा विलास क्रूज और मालवाहक जलयान को वर्चुअली हरी झंडी दिखा कर रवाना किया। इसके साथ उन्होंने गंगा पार रेती पर बसी टेंट सिटी और गाजीपुर व बलिया में बनी चार फ्लोटिंग जेटी का बटन दबाकर उद्घाटन किया। वहीं, बिहार के दो जिलों में पांच सामुदायिक घाट की भी आधारशिला रखी।

रविदास घाट पर आयोजित भव्य समारोह में प्रधानमंत्री वर्चुअल माध्यम से जुड़े और गाजीपुर के सैदपुर, चोचकपुर, जमानिया और बलिया के कंसपुर में चार फ्लोटिंग कम्यूनिटी जेटी का उद्घाटन किया। इसके अलावा बिहार में पटना जिले के दीघा, नकटा दियारा, बाढ़, पानापुर और समस्तीपुर जिले के हसनपुर में पांच सामुदायिक घाटों की आधारशिला भी रखी। उन्होंने पश्चिम बंगाल में हल्दिया मल्टी मॉडल टर्मिनल और गुवाहाटी में पूर्वोत्तर के लिए समुद्री कौशल विकास केंद्र का भी लोकार्पण किया। प्रधानमंत्री गुवाहाटी में पांडु टर्मिनल में जहाज मरम्मत सुविधा और एलिवेटेड रोड का शिलान्यास भी किया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शुक्रवार को रविदास घाट पर आयोजित कार्यक्रम में वर्चुअली लगभग एक घंटे तक जुड़े रहें। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय जलपत्तन मंत्री सर्बानंद सोनोवाल वाराणसी के रविदास घाट पर मौजूद रहें।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि हमारे त्योहारों में दान, आस्था, तपस्या और आस्था और उनमें नदियों की भूमिका महत्वपूर्ण है। यह नदी जलमार्ग से संबंधित परियोजनाओं को और अधिक महत्वपूर्ण बनाता है। उन्होंने बताया कि काशी से डिब्रूगढ़ तक के सबसे लंबे रिवर क्रूज को आज हरी झंडी दिखाई जा रही है, जो विश्व पर्यटन मानचित्र पर उत्तर भारत के पर्यटन स्थलों को सामने लाएगा। उन्होंने कहा कि आज वाराणसी, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश और बिहार, असम में समर्पित की जा रही एक हजार करोड़ रुपये की अन्य परियोजनाएं पूर्वी भारत में पर्यटन और रोजगार की संभावनाओं को बढ़ावा देंगी। ‘अर्थ गंगा’ में जिन राज्यों से गंगा गुजरती है, वहां आर्थिक गतिशीलता का वातावरण बनाने के लिए कदम उठाए गए हैं। क्रूज की पहली यात्रा पर आए विदेशी पर्यटकों को सीधे संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ‘आज भारत के पास सब कुछ है और आपकी कल्पना से परे भी बहुत कुछ है।’ उन्होंने आगे कहा कि भारत को केवल दिल से अनुभव किया जा सकता है क्योंकि देश ने क्षेत्र या धर्म, पंथ या देश के बावजूद सभी का खुले दिल से स्वागत किया है और दुनिया के सभी हिस्सों से पर्यटकों का स्वागत किया है।

उन्होंने कहा कि आध्यात्मिकता चाहने वालों को काशी, बोधगया, विक्रमशिला, पटना साहिब और माजुली जैसे गंतव्यों को कवर किया जाएगा, एक बहुराष्ट्रीय क्रूज अनुभव की तलाश करने वाले पर्यटकों को बांग्लादेश में ढाका के माध्यम से जाने का अवसर मिलेगा, और जो भारत की प्राकृतिक विविधता को देखना चाहते हैं सुंदरबन और असम के जंगलों से होकर गुजरेगा। यह देखते हुए कि क्रूज 25 विभिन्न नदी धाराओं से होकर गुजरेगा, प्रधान मंत्री ने कहा कि इस क्रूज का उन लोगों के लिए महत्वपूर्ण महत्व है, जो भारत की नदी प्रणालियों को समझने में गहरी रुचि रखते हैं।

प्रधानमंत्री ने बताया कि 2014 में देश में केवल 5 राष्ट्रीय जलमार्ग थे, अब देश में 111 राष्ट्रीय जलमार्ग हैं और लगभग दो दर्जन पहले से ही चालू हैं। इसी तरह, नदी जलमार्ग के माध्यम से कार्गो परिवहन में 8 साल पहले 30 लाख मीट्रिक टन से 3 गुना वृद्धि हुई है। पूर्वी भारत के विकास के विषय पर वापस आते हुए, प्रधान मंत्री ने कहा कि आज के कार्यक्रम पूर्वी भारत को विकसित भारत के लिए एक विकास इंजन बनाने में मदद करेंगे। यह हल्दिया मल्टीमॉडल टर्मिनल को वाराणसी से जोड़ता है और भारत बांग्लादेश प्रोटोकॉल मार्ग और पूर्वोत्तर से भी जुड़ा हुआ है। यह कोलकाता बंदरगाह और बांग्लादेश को भी जोड़ता है। इससे उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल से बांग्लादेश तक व्यापार करने में आसानी होगी।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि विगत 8 वर्षों में बदलते भारत को दुनिया ने देखा हैं। विगत वर्षों में काशी अपने पुरातन कलेवर को बनाये रखते हुए वैश्विक मंच पर स्थापित हुआ है। वाराणसी में अब पर्यटन और रोजगार में बढ़ोतरी होगी। उन्होंने कहा कि नमामि गंगे योजना के अंतर्गत गंगा को स्वच्छ एवं अविरल किया गया। उन्होंने कहा कि वाराणसी में यात्री जल परिवहन शुरू होने से लोगों को रोजगार का अवसर मिलेगा।
कार्यक्रम में केंद्रीय कैबिनेट मंत्री सर्बानंद सोनोवाल के साथ ही उत्तर प्रदेश के श्रम एवं सेवायोजन मंत्री अनिल राजभर, स्टांप एवं पंजीयन शुल्क राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रविन्द्र जायसवाल, आयुष एवं खाद्य सुरक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर मिश्र ‘दयालु’, पूर्व मंत्री एवं विधायक डॉक्टर नीलकंठ तिवारी, विधायक सौरभ श्रीवास्तव, विधायक डॉ अवधेश सिंह सहित गणमान्य लोग उपस्थित रहे।