फरीदाबाद के बल्लभगढ़ में पिछले साल एक्सीडेंट accident में रॉकी नामक डॉग dog के दोनों पैर कट गए, पीएफए ने साल भर तक किया इलाज
यूपी80 न्यूज, फरीदाबाद
आज के दौर में जब इंसान के पास अपनों के लिए समय नहीं है, तो उसी दौर में मानवता के कुछ ऐसे भी पुजारी हैं जो बेजुबानों के घावों पर भी सदैव मरहम लगाने के लिए तत्पर रहते हैं। फरीदाबाद Faridabad की एक देशी डॉग का इलाज लंदन में कराया जाएगा। रॉकी नामक यह डॉग एक दुर्घटना में अपने दोनों पैर खो चुकी है। इसका इलाज लंदन की संस्था वाइल्ड एट हार्ट फाउंडेशन World at heart foundation कराएगी। तत्पश्चात लंदन में ही इसे एक परिवार को गोद ले लेगा।
पीपल फॉर एनिमल ट्रस्ट people for animal trust के संस्थापक रवि दूबे का कहना है कि रॉकी का एक साल पहले बल्लभगढ़ में रेलवे ट्रैक पर एक्सीडेंट हो गया था, जिसमें उसके दोनों पैर कट गए और बुरी तरह से घायल हो गई। आरपीएफ कांस्टेबल चंद्रपाल तंवर ने रॉकी को रेसक्यू करके उनकी संस्था के पास एडमिट करवाया। संस्था की ओर से रॉकी का एक साल तक इलाज किया गया। रॉकी अब पूरी तरह से ठीक हो गई है। रॉकी 18 नवंबर को लंदन के लिए रवाना होगी।
रॉकी को लेकर पीएफए ट्रस्ट ने एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म भी बनाई है, जिसे देश-विदेश में लोगों ने काफी पसंद किया। इस फिल्म को देखने के बाद ही लंदन की संस्था वाइल्ड एट हार्ट फाउंडेशन ने रॉकी के इलाज के लिए लंदन बुलाया है।
रॉकी का इलाज करने वाले डॉ.महेश वर्मा का कहना है कि चोट लगने की वजह से रॉकी के शरीर से काफी मात्रा में खून निकल गया था। ऐसे में रॉकी को एक तंदरुस्त डॉक का खून चढ़ाया गया। उसे काफी इंजेक्शन भी लगाए गए। रवि दूबे कहते हैं कि उनके सेंटर में हर महीने 25 से 30 स्ट्रीट डॉग का इलाज किया जाता है। उनके यहां गाय और कुत्तों की सेवा की जाती है। सरकार की ओर से उन्हें कोई फंड नहीं मिलता है।