‘काशी में वनवासी’ प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रदेश के विभिन्न हिस्सों के आदिवासी कारीगर पहुंचें
यूपी80 न्यूज, वाराणसी
प्रदेश के आदिवासी कारीगरों द्वारा हाथ से निर्मित उत्पादों के विकास एवं आर्थिक समृद्धि हेतु भारत सरकार के हस्तशिल्प विभाग एवं यूपीआईडीआर के संयुक्त ट्राइबल हैंडीक्राफ्ट टेक्निकल प्रोग्राम के अंतर्गत गुर, डिजाइन, मार्केट व्यापार व्यापार आदि संबंधी प्रोग्राम कार्यक्रम चलाया जाएगा। उत्तर प्रदेश सरकार के सूक्ष्म, लघु, मध्यम उद्योग एवं निर्यात प्रोत्साहन राज्य मंत्री चौधरी उदय भान ने बुधवार को वाराणसी में ‘काशी में वनवासी’ कार्यक्रम के उद्धाटन के अवसर पर यह जानकारी दी। कार्यक्रम में वाराणसी, सोनभद्र, मिर्जापुर, आजमगढ़, गाजीपुर, देवरिया, चंदौली के आदिवासी समाज के कारीगरों ने भाग लिया।
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इस अवसर पर मंत्री उदय भान ने कहा कि हमारा आदिवासी समाज हर अवगण से दूर है। यूपीआईडीआर की अध्यक्ष क्षिप्रा शुक्ला ने कहा कि हमारे आदिवासी बंधु जब तप कर निखरते हैं तो मिसाल बनते हैं। उन्होंने कहा कि आदिवासी कारीगरों द्वारा बनाए हुए उत्पाद की मार्केटिंग के लिए संस्थान पूरी मदद करेगा और उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिए गए “आत्मनिर्भर भारत” के मूलमंत्र से जोड़ कर उनको और अधिक सशक्त करेंगे।
कार्यक्रम में जनजाति एवं विकास संस्थान के सचिव एवं प्रबंधक तिरुमल, बृजभान मरावी, विनोद शाह, राजेश कुमार गोंड, गौतम कुमार, गब्बर गोंड, दीनानाथ, रूबी साह गोंड, राजमणि, मनीष गोंड, दिनेश कुमार गोंड, रंजीत कुमार, आरती राणा थारू इत्यादि ने भाग लिया।
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