लोकसभा चुनाव के मद्देनजर गोंड जाति को साधने की कवायद, चंदौली, संत रविदास नगर, संत कबीर नगर व कुशीनगर में भी गोंड जाति को अनुसूचित जनजाति का मिलेगा प्रमाण पत्र
यूपी80 न्यूज, नई दिल्ली
लोकसभा चुनाव के मद्देनजर मोदी सरकार Modi Govt उत्तर प्रदेश की गोंड Gond बिरादरी को साधने की पहल की है। उत्तर प्रदेश के 17 जिलों में गोंड जाति और उससे जुड़ी पांच उपजातियों को अनुसूचित जनजाति (एसटी ST) का दर्जा मिलेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में बुधवार को केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में उत्तर प्रदेश के चार जिलों में गोंड जाति और उससे जुड़ी पांच उपजातियों को अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई। ये चार जिले चंदौली, संत रविदासनगर, संत कबीरनगर और कुशीनगर हैं। अब तक गोंड जाति और इनसे जुड़ी उपजातियों को प्रदेश के केवल 13 जिलों में ही एसटी का दर्जा मिला हुआ था।
गोंड जाति की आबादी:
वर्ष 2011की जनगणना के अनुसार, उत्तर प्रदेश में गोंड और उनसे जुड़ी पांच उपजातियों धुरिया, नायक, ओझा, पठारी और राजगोंड की जनसंख्या 5 लाख 69 हजार 35 है। प्रदेश में 13 जिलों में इन्हें पहले से एसटी का दर्जा हासिल है।
इन जिलों में पहले से मिला है एसटी का दर्जा:
महराजगंज, सिद्धार्थनगर, बस्ती, गोरखपुर, देवरिया, मऊ, आजमगढ़, जौनपुर, बलिया, गाजीपुर, वाराणसी, मिर्जापुर और सोनभद्र।
अब इन्हें नव सृजित चारों जिलों (चंदौली, संत रविदास नगर (भदोही), संत कबीरनगर और कुशीनगर) में भी इन्हें अनुसूचित जनजाति का का लाभ मिलेगा।

केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर के अनुसार,
“कई राज्यों की अलग-अलग जातियां खुद को एसटी में शामिल करने की लंबे समय से मांग कर रही थीं। संसद में बजट सत्र के दूसरे चरण में संविधान (अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति) आदेश (दूसरा संशोधन) बिल लाया गया था। इस बिल को लोकसभा की मंजूरी मिल चुकी है, लेकिन सरकार इसे राज्यसभा में पारित कराने में विफल रही। इसके बाद केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में इस आशय का फैसला किया गया।”