फसल बुवाई हेतु किसानों को उन्नत एवं गुणवत्ता युक्त बीज निशुल्क उपलब्ध कराई जाए: राजेश सिंह चौहान, भाकियू
यूपी80 न्यूज, लखनऊ
प्रदेश में सूखे की मार से परेशान किसानों को राहत दिलाने के लिए भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक के पदाधिकारियों ने गुरुवार को कृषि उत्पादन आयुक्त मनोज कुमार से मुलाकात की और विशेष राहत पैकेज दिलाने की मांग की।
इस मौके पर यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेश सिंह चौहान के नेतृत्व में धर्मेंद्र मलिक राष्ट्रीय प्रवक्ता, हरिनाम सिंह वर्मा प्रदेश अध्यक्ष, दिगंबर सिंह युवा प्रदेश अध्यक्ष मौजूद रहे।
यूनियन की मांग:
1.प्रदेश को सूखाग्रस्त घोषित कर किसानों के सभी देय पर अगली फसल की बिक्री तक रोक लगाई जाय।
2.किसानो के कर्ज (राज्य/केंद्र) पर वर्तमान सीजन का ब्याज सरकार द्वारा सब्सिडी के रूप में दिया जाय और 6 माह के बिजली बिल माफ किए जाय।
3.आगामी सीजन में फसल बुवाई हेतु किसानों को उन्नत एवं गुणवत्ता युक्त बीज निशुल्क उपलब्ध कराए जाय। किसानों को खाद व कीटनाशक कर्ज पर दिए जाय।
4.उत्तर प्रदेश में कुछ चीनी मिलों द्वारा भुगतान अभी तक नहीं किया गया है। किसानों को बुवाई से पहले भुगतान कराया जाय।
5.बारिश की कमी के कारण गन्ने में रेड रोट, कैंसर व धान में बौनेपन की समस्या के कारण उत्पादन में लगभग 30% की कमी की संभावना है, लेकिन इस बार फसल उत्पादन के निवेश में वृद्धि हुई है। किसानों को राहत दिए जाने हेतु गन्ना मूल्य में वृद्धि व धान के किसानों को बोनस दिया जाय।
6.आवारा पशुओं की समस्या किसानों के जी का जंजाल बन चुकी है। गौशालाओं की क्षमता वृद्धि के साथ साथ गंगा नदी के किनारे गाय अभिहरण बनाए जाय। अन्ना प्रथा पर कानूनी प्रतिबंध लगाया जाय।
7.सभी अनुदानित उर्वरक की पैकिग पर क्यूआर कोड के हर कंपनी की पहचान के लिए आवश्यक किया जाय। जिससे नकली उर्वरकों पर रोक लगाने में मदद होगी।
8.कृषि विभाग के तहसील स्तरीय कार्यालय सुचारू रूप से संचालित किए जाय। इनके संचालन हेतु बजट की व्यवस्था की जाए। स्कीम को लागू करने की अधिकार तहसील स्तर के अधिकारियों को दिए जाय।
9.नवसर्जित जनपदों में सामान्य जनपदों के अनुरूप कर्मचारी तैनात किए जाय। नव सृजित तहसीलों में कृषि विभाग के कार्यालय खोले जाए।
10.कृषि रक्षा केंद्रों को प्रभावी बनाने हेतु उन्नत बीज, कीटनाशक, खरपतवार नाशक की गुणवत्ता में सुधार किया जाए।
11.कृषि विभाग में जिप्सम के दाम दोगुने है। जो सब्सिडी के बाद भी महंगा है। इसकी जांच की जाए।
12.कृषि प्रसार का कार्य प्रदेश भर में नगण्य है। जिसके कारण किसानों को खेती कीटनाशक, उर्वरक बेचने वाले दुकानदार की सलाह पर करनी पड़ रही है। समय-समय पर किसानों को एडवाइजरी जारी की जाय। सभी कृषि विज्ञान केंद्रों को सक्रिय किया जाय।
13.नहरों की सफाई समय के अनुकूल व मैनुवल कराई जाय।
14.धान खरीद की सुचारू व्यवस्था किए जाने हेतु समय पर सभी क्रय केंद्र चालू किए जाय। तराई क्षेत्र में धान की अनाधिकृत बिक्री राइस मिल, मंडियों के बाहर खरीद करने वालों पर कार्यवाही की जाय।