यूपी80 न्यूज, बलिया
जब तक पत्थर पर हथोड़े की चोट नहीं पड़ती,
तब तक पत्थर भी भगवान नहीं बनता,
जिंदगी जीना बहुत मुश्किल होती है,
बिना संघर्ष के कोई महान नहीं बनता।
यह कविता बलिया Ballia के बेल्थरारोड Belthra Road क्षेत्र के बासपार बहोरवां गांव की बेटी माहे खुशनुमा पर पूरी तरह से फिट बैठती है। बच्चों को ट्यूशन पढ़ाकर नीट परीक्षा पास करने वाली इस बेटी को बेल्थरारोड स्थित जीएमएएम इंटर कॉलेज प्रबंधन द्वारा सम्मानित किया गया है।
केजीएमयू KGMU में एडमिशन के बाद सोमवार को घर पहुंची माहे खुशनुमा को विद्यालय के प्रधानाचार्य ने स्मृति चिन्ह प्रदान किया। इस दौरान छात्रा ने अपने अनुभव साझा किया।
बेल्थरारोड के बासपार बहोरवां निवासी महताब आलम कपड़े की सिलाई का कार्य कर अपने परिवार का पालन पोषण करते हैं। जीएमएएम इंटर कॉलेज में पढ़ने वाली उनकी पुत्री माहे खुशनुमा की शिक्षा के प्रति लगन को देखते हुए उन्होंने आगे तैयारी के लिए लखनऊ भेज दिया। माहे खुशनुमा लखनऊ जाकर नीट परीक्षा की तैयारी में जुट गई। अपनी पढ़ाई के खर्चे को पूरा करने के लिए उसने बच्चों को ट्यूशन पढ़ाना शुरू कर दिया।
माहे खुशनुमा सुबह वह स्वयं अध्ययन करती थी तथा शाम को बच्चों को ट्यूशन पढ़ाया करती थी। अपनी मेहनत व परिजनों के प्रोत्साहन का यह असर रहा कि उसने नीट परीक्षा क्वालीफाई कर ली। ओबीसी में अच्छी रैंक के चलते उसे लखनऊ के मेडिकल यूनिवर्सिटी केजीएमयू में दाखिला मिला। दाखिले के बाद पहली बार घर पहुंचने पर जीएमएएम इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य मो. मोबिन ने विद्यालय परिसर में उसे सम्मानित किया। इस अवसर पर माहे खुशनुमा ने छात्रों को सुझाव दिया कि पढ़ाई के दौरान यदि कोई प्रश्न समझ में न आए तो शिक्षक से जरूर पूछे। सवाल पूछने से ही उसका समाधान होता है।
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