यूपी80 न्यूज, लखनऊ
‘सरकार से दो-दो हाथ करने के लिए किसानों को ट्रैक्टर और ट्विटर दोनों ही चलाना सीखना होगा। अगली लड़ाई इसी की है। ’ संविधान दिवस के अवसर पर संयुक्त किसान मोर्चा Sanyukta Kisan Morcha के बैनर तले लखनऊ के ईको गार्डेन में हुई किसान महापंचायत के दौरान भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत Rakesh Tikait ने किसानों से यह आह्वान किया। राकेश टिकैत ने कहा कि बड़ी लड़ाई की तैयारी करो और संगठन को और मजबूत करो। जल्द ही सरकार से दो-दो हाथ करने हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने कागजों पर लिखकर वादा भूल गई।

राकेश टिकैत ने कहा कि किसानों की जमीनें हड़पने की साजिश हो रही है। यह एकमात्र ऐसी सरकार है जो कागजों में झूठ बोलती है। सरकार ने पहले कहा कि बिजली मुफ्त देंगे और फिर कहा कि मीटर लगेंगे। किसानों का धान आधे रेट में व्यापारी खरीद रहे हैं। उन्होंने कहा कि किसान पराली जलाएंगे तो मुकदमे होंगे। उन्होंने पूछा कि बिना पराली के ऐसी किस तकनीक से धान पैदा किया जा सकता है।
बिहार के किसान बर्बाद:
राकेश टिकैत ने कहा कि वर्ष 2005 में बिहार में मंडी खत्म करके वहां के किसानों को बर्बाद कर दिया गया। अब वहां के किसान महज 800 रुपए प्रति कुंतल धान बेचने को मजबूर हैं। उन्होंने कहा कि चाहे जेवर एयरपोर्ट हो, आजमगढ़ हो या लखनऊ, हर जगह किसानों की जमीन अधिग्रहित की जा रही है और पैसा नहीं दिया जा रहा है।
राकेश टिकैत ने कहा कि इस समय अघोषित इमरजेंसी है। कलम और कैमरे पर बंदूक का पहरा है। सोशल मीडिया पर सरकार का शिकंजा है।
