बलिराम सिंह, 25 मई
तू चुप रहकर जो सहती रही,
तो क्या ये जमाना बदलेगा,
तू बोलेगी, मुंह खोलेगी,
तब ही तो जमाना बदलेगा।
नेपाल Nepal की सीमा पर तराई में स्थित उत्तर प्रदेश के अति पिछड़े जिलों में शामिल बहराइच Bahraich जनपद की आधी आबादी के सशक्तिकरण के लिए योगी सरकार ने जनपद की कमान महिला अधिकारियों को सौंपी है। जनपद में डीएम DM, सीडीओ CDO, एसडीएम SDM से लेकर सिटी मजिस्ट्रेट City Magistrate जैसे प्रमुख पदों पर महिला अधिकारियों को तैनात किया गया है। महिला सशक्तिकरण Women empowerment के रोल मॉडल के तौर पर बहराइच से पूरे प्रदेश को संदेश देने की कोशिश की जा रही है।
बहराइच में महिला सशक्तिकरण के लिए डीएम मोनिका रानी के साथ उनकी तीन अधीनस्थ महिला प्रशासनिक अधिकारी भी बखूबी अपनी जिम्मेदारी निभा रही हैं। जनपद में एक वीडियो वायरल हो रही है, जिसमें डीएम मोनिका रानी DM Monica Rani, मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) कविता बुजेटा CDO Kavita Bujeta, एसडीएम पूजा यादव एवं सिटी मजिस्ट्रेट शालिनी प्रभाकर एक साथ कदमताल करते हुए कलेक्ट्रेट का निरीक्षण करती नज़र आ रही हैं। वीडियो में अन्य सभी पुरुष प्रशासनिक अधिकारी समेत पूरा अमला उनके पीछे है। ये वीडियो बिना कुछ कहे प्रशासनिक अमले पर महिलाओं की मजबूत हो चली क्षमता का नायाब नमूना है। डीएम मोनिका रानी ने अपनी पहली प्राथमिकता महिला सशक्तिकरण को आगे बढ़ाते हुए अब जमीन पर भी उतार दिया है।
जनपद की 60 फीसदी जनप्रतिनिधि महिलाएं:
जिले में महिला अधिकारियों के अलावा महिला जनप्रतिनिधियों का आंकड़ा भी 60 फीसदी पार कर गया है। जिले की प्रथम नागरिक जिला पंचायत अध्यक्ष, नगर पालिका अध्यक्ष एवं एम एल सी समेत चार विधान सभा सीटों को बहराइच की महिलाएं सुशोभित कर रही हैं। जिले की प्रथम नागरिक के तौर पर जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी बीजेपी की मंजू सिंह के पास है, तो अभी हाल ही में नगर पालिका अध्यक्ष पद पर भी बीजेपी की ही सुधा देवी टेकडीवाल का निर्वाचन हुआ है। जिले में महिला विधायकों की बात करें तो एम एल सी समेत आठ विधायकों में चार पर महिला विधायक काबिज हैं। जिनमें बतौर एमएलसी जिले की सुप्रसिद्ध महिला चिकित्सक एवं बीजेपी नेता डाक्टर प्रज्ञा त्रिपाठी, बहराइच सदर से बीजेपी विधायक एवं पूर्व बेसिक शिक्षा मंत्री अनुपमा जायसवाल के साथ जिले की एकमात्र रिजर्व सीट पर भी बीजेपी नेता सरोज सोनकर लगातार दूसरी बार विधायक बन कर विधानसभा पहुंचने में कामयाब हुई हैं। सत्ता पक्ष के साथ-साथ विपक्षी समाजवादी पार्टी के दो विधायकों में एक विधायक महिला हैं। जनपद की मटेरा विधान सभा सीट से सपा की मारिया शाह चुनाव जीतकर विधान सभा में क्षेत्र का नेतृत्व कर रही हैं।
अखिलेश सरकार में भी इस तरह का हो चुका है प्रयोग:
इससे पहले सपा प्रमुख अखिलेश यादव के मुख्यमंत्री काल में भी इस तरह का प्रयोग हो चुका है। 2017 में अखिलेश यादव ने उन्नाव की डीएम से लेकर अन्य प्रमुख पदों पर महिला अधिकारियों की तैनाती की थी।
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