कोरोना नियंत्रण Corona Prevention हेतु प्रियंका गांधी Priyanka Gandhi ने योगी सरकार Yogi Govt को दिया 11 सूत्री सुझाव, कहा-आंकड़े छुपा रही है प्रदेश सरकार
यूपी80 न्यूज, लखनऊ
कानून मंत्री ब्रजेश पाठक Law minister Brajesh Pathak के ‘लेटर बम’ के बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी Priyanka Gandhi ने उत्तर प्रदेश की कोराना के बिगड़ते हालात को लेकर योगी सरकार पर हमला बोला है। प्रियंका गांधी ने बुधवार को आपातकालीन बैठक बुलायी और वरिष्ठ पदाधिकारियों संग चर्चा के बाद योगी सरकार को कोरोना नियंत्रण Corona Prevention हेतु 11 सूत्री सुझाव दिया है।
इस दौरान प्रियंका गांधी ने कहा कि कोरोना को लेकर पूरे प्रदेश से आ रही खबरें दु:खद और दिल दहलाने वाली हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि यूपी सरकार लगातार आंकड़े छुपा रही है। उन्होंने कहा कि 5 से 11 अप्रैल के बीच पूरे देश में कोरोना के 70 प्रतिशत मामले बढ़े हैं तो उत्तर प्रदेश में इस दौरान कोरोना मामलों में 281 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। यूपी की 24 करोड़ आबादी में से अब तक एक करोड़ लोगों को भी टीके नहीं लग पाए हैं।
कानून मंत्री के पत्र का हवाला:
प्रियंका गांधी ने कहा कि कानून मंत्री ब्रजेश पाठक की चिट्ठी में साफ-साफ लिखा है कि लखनऊ में प्राइवेट अस्पतालों में जांच नहीं हो रही है। उन्होंने कहा कि मशहूर इतिहासकार पद्मश्री योगेश प्रवीण को लेने घंटों तक एंबुलेंस नहीं पहुंची और निजी वाहन में अस्पताल जाते हुए दम तोड़ दिया। सरकार के कानून मंत्री भी सहायता के लिए गुहार लगाते रहे पर मदद नहीं मिली। उन्होंने सुझाव दिया कि केंद्र सरकार को वैक्सीन उत्सव मनाने की बजाय लोगों की जान बचाने पर ध्यान देना चाहिए।
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प्रियंका गांधी के 11 सूची सुझाव:
1.प्रदेश के अस्पतालों में ऑक्सीजन की उचित व्यवस्था कराए
2.जांच की रिपोर्ट 24 घंटे के भीतर आए
3.प्राईवेट लैब से जांच की सुविधा की अनुमति दी जाए, उनका शुल्क निर्धारित किया जाए।
4.भर्ती के लिए सीधी एवं सरल प्रणाली हो
5.ऑक्सीजन और रेमडेसिविर इंजेक्शन को जिला स्तर पर पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध कराया जाए एवं कालाबाजारी पर रोक लगे। साथ ही इसके दामों पर नियंत्रण हेतु ठोस रणनीति बने।
6.मरीजों के इलाज के लिए बेड उपलब्ध कराने के वैकल्पिक बंदोबस्त हो।
7.गरीब पीड़ितों के लिए सरकार की तरफ से आर्थिक मदद का पैकेज दिया जाए
8.अस्पताल में भर्ती होने के लिए और रेमडेसिविर के उपयोग के लिए लालफीताशाही और नौकरशाही के अंति केंद्रीयकृत अप्रोच को खत्म किया जाए।
9.निजी अस्पतालों में चिन्हित वार्ड का कोरोना महामारी में इस्तेमाल किया जाए।
10.कोविड से मृत मरीजों के अंतिम संस्कार की पूरी व्यवस्था की जाए
11.टीकाकरण अभियान की रफ्तार आपातकालीन तौर पर तुरंत बढ़ाई जाए।
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