यूपी80 न्यूज, लखनऊ
योगी सरकार की एसटीएफ अपने कृत्यों की वजह से सदैव सुर्खियों में रहती है। इस बार खुद योगी सरकार के मंत्री आशीष पटेल Minister Ashish Patel ने एसटीएफ UPSTF पर निशाना साधा है। आशीष पटेल ने कहा है कि यदि मेरे साथ किसी प्रकार का षड्यंत्र/दुर्घटना हुई तो इसकी सारी जिम्मेदारी उत्तर प्रदेश पुलिस के स्पेशल टास्क फ़ोर्स STF की होगी।
विभागीय पदोन्नति को लेकर पिछले 15 दिनों से सुर्खियों में आए मंत्री आशीष पटेल ने सोशल मीडिया पर एक लंबा पोस्ट शेयर किया है। इस पोस्ट के जरिए आशीष पटेल ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दो प्रमुख सिपहसलारों पर निशाना साधा है। उन्होंने सूचना निदेशक शिशिर सिंह और हवाई चप्पल पहन कर एनकाउंटर करने वाली यूपी एसटीएफ पर तीखी टिप्पणी की है।
आशीष पटेल ने अपने पोस्ट में लिखा है-
उत्तर प्रदेश के सबसे ईमानदार आईएएस अधिकारी एवं तत्कालीन प्रमुख सचिव, प्राविधिक शिक्षा एम देवराज की अध्यक्षता में हुई विभागीय पदोन्नति समिति की संस्तुति और शीर्ष स्तर पर सहमति के आधार पर हुई पदोन्नति के बावजूद राजनीतिक चरित्र हनन के लिए लगातार मीडिया ट्रायल अस्वीकार्य है।
उत्तर प्रदेश के सूचना निदेशक शिशिर सिंह को झूठ, फरेब एवं मीडिया ट्रायल का यह खेल आगे बढ़कर बंद कराना चाहिए। यदि यह विभागीय पदोन्नति गलत है तो सूचना विभाग की तरफ से स्पष्टीकरण देना चाहिए।
मैंने पहले भी कहा है और एक बार फिर कह रहा हूँ कि मुख्यमंत्री यदि उचित समझें तो बार-बार के मीडिया ट्रायल, झूठ औए फरेब के जरिए किये जा रहे मेरे राजनीतिक चरित्र हनन के इस दुष्प्रयास पर स्थायी विराम के लिए बतौर मंत्री मेरे द्वारा अब तक लिए गए सभी फैसलों की सीबीआई जांच करा सकते हैं I
मैंने पहले भी कहा है कि लौहपुरुष सरदार पटेल का वंशज आशीष पटेल डरने वालों में नहीं बल्कि लड़ने वालों में से है।
इतना ही नहीं मैं तो यहां तक कहता हूं कि लगे हाथ अगर उचित समझा जाए तो स्वयं मेरी तथा मेरी पत्नी और अपना दल (एस) की राष्ट्रीय अध्यक्ष व केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल जी के सांसद- विधान परिषद सदस्य बनने के बाद अर्जित की गई संपत्ति की भी जांच करा ली जाए ।
पर्दे के पीछे सामाजिक न्याय की आवाज को कुचलने का खेल जारी है। वास्तव में पदोन्नति के इस मामले में कुछ लोगों के कलेजे में कांटा लगने का कारण उन ओबीसी और वंचित वर्ग को लाभ मिलना है, जिनके अधिकारों की सालों से हकमारी की जा रही थी। पोस्ट के साथ संलग्न पदोन्नति की वर्गवार सूची देंखेंगे तो इसका अंदाजा हो जाएगा। ऐसे लोगों को मैं बताना चाहता हूं कि इनके कलेजे में भविष्य में भी कांटा चुभता रहेगा। वह इसलिए कि इन झूठे तथ्यों, अफवाहों और मीडिया ट्रायल से अपना दल (एस) की सामाजिक न्याय की लड़ाई बंद नहीं होने वाली। हम अब पहले से भी अधिक शक्ति के साथ सामाजिक न्याय की आवाज बुलंद करते रहेंगे।
अपने शुभचिंतकों के लिए एक विशेष बात कि यदि सामाजिक न्याय की इस जंग में मेरे साथ किसी प्रकार का षड्यंत्र/ दुर्घटना हुई तो इसकी सारी जिम्मेदारी उत्तर प्रदेश पुलिस के स्पेशल टास्क फ़ोर्स की होगी।
ये है आरोप:
प्राविधिक शिक्षा विभाग में पिछले दिनों 177 लोगों की पदोन्नति की गई। आरोप है कि यह पदोन्नति नियमों को ताक पर रख कर की गई। सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों को नजरअंदाज किया गया। यह विभाग मंत्री आशीष पटेल के अंतर्गत आता है। हालांकि इस मामले में अब तक मंत्री आशीष पटेल द्वारा दो बार सफाई दी जा चुकी है, लेकिन योगी सरकार के सूचना विभाग की तरफ से अब तक इस मामले में किसी तरह का स्पष्टीकरण अथवा प्रेस नोट जारी कर सरकार का पक्ष नहीं रखा गया।
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