पश्चिमी यूपी से आते हैं प्रदेश महामंत्री (संगठन) धर्मपाल सिंह एवं प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह, दोनों नेता पिछड़ी जाति से हैं
यूपी80 न्यूज, लखनऊ
बिहार में सत्ता परिवर्तन का असर उत्तर प्रदेश में भी दिखने लगा है। लोकसभा चुनाव 2024 में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मजबूत किले में सेंध लगाने के लिए भारतीय जनता पार्टी BJP ने प्रदेश संगठन के दो सबसे महत्वपूर्ण पदों की जिम्मेदारी पश्चिमी उत्तर प्रदेश के नेताओं को दी है। नवनियुक्त प्रदेश महामंत्री धर्मपाल सिंह Dharampal Singh एवं गुरुवार को घोषित नए प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी Bhupendra Singh Chaudhary दोनों पश्चिमी उत्तर प्रदेश से आते हैं।
भाजपा शीर्ष नेतृत्व ने पिछड़ों को साधने की रणनीति पर काम करना शुरू कर दिया है। जाट समाज को साधने और उनकी नाराजगी को दूर करने के लिए पार्टी ने योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री भूपेंद्र सिंह चौधरी को प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी है। भूपेंद्र सिंह चौधरी मुरादाबाद जनपद के गांव महेंद्री सिकंदरपुर के रहने वाले हैं। भूपेंद्र सिंह चौधरी के जरिए नाराज किसानों को साधने की रणनीति बनायी गई है। इसके अलावा उनके विनम्र व मिलनसार होने की वजह कार्यकर्ताओं की समस्याओं को दूर करने में काफी आसानी होगी। चूंकि जाट एवं मुस्लिम मतदाताओं के बीच अच्छी पैठ रखने वाली राष्ट्रीय लोकदल का क्षेत्र भी पश्चिमी उत्तर प्रदेश है। यह क्षेत्र किसान नेता चौ.राकेश टिकैत के संगठन भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) का गढ़ माना जाता है। इसके अलावा बीते विधानसभा चुनाव में रालोद के 8 विधायक चुने गए हैं। इसके अलावा जयंत चौधरी अब राज्य सभा सांसद चुन लिए गए हैं एवं केंद्र सरकार की अग्निवीर योजना को लेकर काफी मुखर हैं। उनकी जनसभाओं में बढ़ती भीड़ को देखते हुए भाजपा शीर्ष नेतृत्व ने अपनी रणनीति को बदलते हुए भूपेंद्र सिंह चौधरी को यह जिम्मेदारी दी है।

इनके अलावा पार्टी का महत्वपूर्ण पद प्रदेश महामंत्री संगठन की जिम्मेदारी भी पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बिजनौर के रहने वाले धर्मपाल सिंह सैनी को दी है। धर्मपाल सिंह सैनी बिजनौर जनपद के नंगला तहसील के हूर नंगला गांव के रहने वाले हैं एवं सैनी समाज से आते हैं। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सैनी समाज की अच्छी संख्या है एवं सैनी समाज के जरिए प्रदेश की अति पिछड़ी जातियों को संदेश देने की सोची समझी रणनीति है।
