अनूप कुमार सिंह, बाराबंकी
बाराबंकी के फतेहपुर क्षेत्र में चिकित्सक के उपचार के बाद घर पहुंचे बालक की हालत बिगड गई और उसकी मौत हो गई। मृतक बालक के परिजनों ने चिकित्सक पर गलत इंजेक्शन लगाने का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया। पुलिस ने पिता की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया है। लेकिन परिजन चिकित्सक के विरूद्ध कार्यवाही की मांग करने को लेकर डटे रहे। तीन घंटे चले हंगामे के बाद परिजन पोस्टमार्टम करने के लिए तैयार हुए। माहौल को देखते हुए कई थानों की फोर्स भी मौजूद रही।
मोहम्मदपुर खाला थाना क्षेत्र के ग्राम पथरापुर नौबस्ता निवासी राजेश कुमार का दो वर्षीय पुत्र आर्यन को दस्त आने से तबीयत खराब हो गई थी। जिसे उपचार के लिए शुक्रवार को कस्बा फतेहपुर के मोहल्ला ब्रम्हणी टोला स्थित सहगल क्लीनिक में भर्ती कराया। जहां उसका उपचार किया गया। राजेश का आरोप है क्लीनिक पर उसके बच्चे का गलत तरीके से उपचार कर एक्सपायरी दवा दी गई, जिससे उसकी मौत हो गई। जिस पर मृत बालक को लेकर परिजनों ने देर रात क्लीनिक पहुंच गए। सुबह होते ही तमाम ग्रामीण भी मौके पर पहुंच गए और हंगामा शुरू कर दिया।
परिजनों ने चिकित्सक के विरूद्ध कार्यवाही करने की बात करते हुए शव को पोस्टमार्टम कराने के इंकार कर दिया। मौके पर सीओ बीनू सिंह थाना प्रभारी डीके सिंह ने परिजनों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन उनकी भी नहीं सुनी। जिसके बाद मृत बालक को गोद में लेकर उसकी मां पुष्पा देवी चल पडी। क्लीनिक से लेकर वह कस्बे के ब्लाक चौराहे के निकट जाकर रूक गई। उसके पीछे पुलिस के साथ तमाम ग्रामीण भी चल पडे। मामले को बढता देख देवां, बड्डूपुर, मोहम्मदपुर खाला की पुलिस फोर्स को मौके पर बुला लिया गया। परिजन चिकित्सक के विरूद्ध कार्यवाही की मांग को लेकर अडे रहे। परिजनों को कार्यवाही का अश्वासन सीओ ने दिया तो शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजने को परिजन तैयार हुए।
कोतवाल डीके सिंह ने बताया कि दी गई तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है, चिकित्सकों की जांच टीम इस प्रकरण की जांच करेगी और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्यवाही की जाएगी। पुलिस के अनुसार डॉक्टर पी जे सहगल और सुमित सहगल को पुलिस ने अपनी कस्टडी में लेकर अग्रिम कार्रवाई शुरू की।
घर का एकलौता बेटा था आर्यन:
राजेश कुमार की एक पुत्री मधु छह वर्ष की है। काफी मन्नतों के बाद आर्यन का जन्म हुआ था। घर में खुशियों का महौल था। क्योंकि आर्यन के चाचा टिंकू का रसेप्शन भी शनिवार को था। बालक की मौत होने के बाद पूरे परिवार में कोहराम मच गया। आर्यन की मां उसको गले से लगाकर बदहवास होकर चीख रही थी।
जांच के लिए टीम गठित:
मुख्य चिकित्सा अधिकारी अवधेश यादव ने बताया बिना रजिस्ट्रेशन संचालित हो रही थी क्लीनिक, जिसकी जांच के लिए टीम गठित कर कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया है।
क्लीनिक के चिकित्सक डा. सुमित सहगल ने बताया कि मेरे पास एमबीबीएस एमडी पीडिया. की डिग्री है। मेरे नाम ही क्लीनिक का रजिस्ट्रेशन है। बच्चे को शुक्रवार की सुबह लाया गया था। जिसका उपचार करने के बाद शाम पांच बजे स्वस्थ्य होने पर घर को भेज दिया गया था। उनके द्वारा कोई इलाज में लापरवाही नहीं बरती गई है। जब यह लोग रात 11 बजे आये तो क्लीनिक बंद था, क्योंकि रात्रि सेवा नहीं है। लगाये गए सभी आरोप निराधार है।