यूपी80 न्यूज, आजमगढ़
प्रदेश में बिजली की खराब स्थिति का असर मरीजों के इलाज पर भी पड़ रहा है। हालात ऐसे हो गए हैं कि अब डॉक्टर भी बिजली विभाग के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। आजमगढ़ Azamgarh में गुरुवार को बिजली विभाग के खिलाफ 100 बेड वाले जिला चिकित्सालय के डॉक्टर, स्टाफ नर्स व कर्मचारी अस्पताल परिसर से निकलकर सड़क मार्ग से पैदल चलते हुए सीधे पावर सब स्टेशन पर पहुंचे और बिजली कटौती को लेकर प्रदर्शन किया।
बिजली की खराब स्थिति को लेकर डॉक्टरों ने भारी नाराजगी जताते हुए विरोध प्रदर्शन किया। डॉक्टर हम्मीर सिंह ने बताया कि अस्पताल परिसर में पिछले एक हफ्ते से विद्युत आपूर्ति बाधित है, जिसके चलते हमलोग सही तरीके से ओपीडी व इमरजेंसी सेवाएं नहीं देख पा रहे हैं। ऑपरेशन के मरीजों को सबसे अधिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं, अस्पताल के रेजिडेंशियल इलाके में बिजली आपूर्ति न होने से पानी की आपूर्ति भी बाधित हो रही है, जिसके चलते लोगों में काफी आक्रोश व्याप्त है।
अस्पताल के सीएमएस द्वारा किसी तरह से 2 घंटे जनरेटर चलाकर अस्पताल की विद्युत आपूर्ति बहाल की जा रही है। उन्होंने कहा कि यदि बिजली विभाग द्वारा कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की गई तो स्वास्थ्य सेवाएं बेपटरी हो जाएंगी और मरीजों को अस्पताल से बाहर करना पड़ेगा। ऑपरेशन के मरीजों के जख्म में सड़न होने लगेंगे। डॉक्टर भी अपनी सेवाएं ठप कर सकते हैं।
अस्पताल के स्टाफ का कहना है कि अस्पताल में डिलीवरी से लेकर ऑपरेशन तक के मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। सबसे बड़ी समस्या रेजिडेंशियल इलाके में पानी के लिए हो रही है। पावर सब स्टेशन पर कोई भी जिम्मेदार नहीं मिला जिससे कि शिकायत की जाए। अगर इसी तरह विद्युत व्यवस्था रही तो डॉक्टर अपना दायित्व कैसे निर्वाह करेंगे।
इस संदर्भ में उपखंड अधिकारी बृजेश कुमार राव का कहना है कि हमारे पावर सबस्टेशन की बिजली अस्पताल परिसर के ट्रांसफार्मर तक सुचारू रूप से चालू है। अस्पताल परिसर में प्राइवेट ट्रांसफार्मर होने की वजह से वहां हमारे अधिकार क्षेत्र से बाहर है, जिसके संदर्भ में मेरे द्वारा लिखित रूप से अस्पताल प्रबंधन को सूचना दे दी गई।