यूपी80 न्यूज़, लखनऊ
समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने सोमवार को लखनऊ के जनेश्वर मिश्रा पार्क पहुंचकर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। इस मौके पर उन्होंने भाजपा पर उपचुनाव से पहले षड्यंत्र का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री और भाजपा यह चाहती है कि पुलिस भी भाजपा की कार्यकर्ता बन जाए। ये नए तरह का काम हो रहा है। लखनऊ हुड़दंग- छेड़खानी मामले का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि जब पुलिस ने सारे नामों की सूची दी थी तो सीएम ने केवल यादव और मुस्लिम का नाम क्यों पढ़ा? सच्चाई पुलिस जानती है।
अखिलेश यादव ने कहा कि सुनने में आ रहा है कि जिस यादव का नाम लिया वह फुटेज में नहीं था। वह चाय पीने गया था और पुलिस को यादव मिल गया, इसलिए उसे जेल भेज दिया। अखिलेश यादव ने चेतावनी देते हुए कहा कि ऐसे लोग जो कानून का उल्लंघन कर रहे हैं और भाजपा के कार्यकर्ता बनकर काम कर रहे हैं जब कभी भी सपा की सरकार आएगी, ऐसे अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई जरूर होगी। अयोध्या गैंगरेप केस का उल्लेख करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि सपा यदि डीएनए टेस्ट की मांग कर रही है तो इसमें गलत क्या है। सरकार को कौन राय दे रहा है। ये इन्हीं द्वारा 2023 में संशोधित कानून है जिसमें कहा गया है कि सात साल से अधिक सजा वाले मामलों में डीएनए टेस्ट होना चाहिए। हमने क्या गलत मांग की है। पुलिस वहां भी सच्चाई जानती है लेकिन तमाम अधिकारी हैं जो कह रहे हैं कि हमें तो नौकरी बचानी है।
वाराणसी में वरिष्ठ अधिकारी द्वारा बुलडोजर ऐक्शन के दौरान एक होटल मालिक के बेटे को सिर से मारने की घटना का उल्लेख करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि अधिकारी बहुत प्रेशर में हैं। ऐसा भार है कि न्याय नहीं कर सकते। इन्हीं वजहों से जनता का विश्वास भाजपा से खत्म हो गया है। ये बुरी तरह हारे हैं आगे जनता इन्हें और बुरी तरह हराएगी।
वक्फ एक्ट में संशोधन के सवाल पर कहा कि भाजपा के लोग सिर्फ हिन्दू -मुस्लिम करते हैं। मुसलमानों के अधिकार छीनना चाहते हैं। नजूल विधेयक को लेकर तंज कसते हुए कहा कि नजूल उर्दू शब्द है इसलिए सरकार को लगा कि ये मुसलमानों की जमीन है। सिर्फ नजूल शब्द को लेकर पूरा प्रयागराज खाली कराने लगे। गोरखपुर में उनका अपना स्वार्थ है। इन्होंने पहले एंग्लो इंडियन का अधिकार छीना था। फर्जी जनगणना के आधार पर उनकी एक सीट छीन ली। अपना दल एस की प्रमुख और केंदीय मंत्री अनुप्रिया पटेल का नाम लिए बगैर अखिलेश यादव ने तंज कसा कि मंत्री आरक्षण खत्म होने का सवाल उठा रही हैं। जिन्हें आरक्षण की चिंता है उन्हें तुरंत भाजपा की अगुवाई वाली सरकार छोड़ देनी चाहिए। उन्होंने डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य पर भी नाम लिए बगैर तंज कसा। अखिलेश यादव ने पीलीभीत, अयोध्या और कन्नौज में बेटियों के साथ हुए अपराध की घटनाओं का उल्लेख किया और भाजपा नेताओं पर निष्पक्ष कार्रवाई न होने देने का आरोप लगाया।