मांगों को लेकर कार्य बहिष्कार के लिए बाध्य निगम कर्मचारी- हरीबाबू वाल्मीकि
यूपी80 न्यूज, आगरा
आगरा नगर निगम में कार्यरत सफाई कर्मियों का ईएसआई कार्ड न होने की वजह से उन्हें समुचित इलाज की सुविधा नहीं मिल रही है, जिसकी वजह से उनके जीवन के साथ खिलवाड़ हो रहा है।

आगरा नगर निगम द्वारा कर्मचारी राज्य बीमा निगम को प्रतिमाह केवल स्वास्थ्य विभाग में सेवारत सफाई श्रमिकों के इलाज के लिए लगभग 20 लाख रुपये का भुगतान किये जाने के बाद भी सफाई श्रमिकों एवं उन पर आश्रित परिवार को बीमार पड़ने पर समुचित इलाज की सुविधा नहीं मिल पा रही है। इसका मूल कारण यह है कि सफाई श्रमिकों के ईएसआई कार्ड नहीं बनाये जा रहे हैं।
कर्मचारी नेता विनोद इलाहाबादी ने कहा कि आऊटसोर्सिंग सेवा निगम में सफाई श्रमिकों को 20 हजार रुपए देने का प्रावधान हुआ है और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दो घोषणा की कि एक तो आऊटसोर्सिंग सफाई कर्मचारी को बीस हजार रुपए देंगे और प्रदेश में आऊटसोर्सिंग कर्मचारियों का पुलिस वेरिफिकेशन कराएंगे कि कहीं इनमें बांग्लादेशी, रोहिंग्या मुसलमान तो गुपचुप तरीके से काम तो नहीं कर रहे हैं। नगर निगम आगरा आज़ तक बीस हजार रुपए वेतन नहीं दे रहा है, परन्तु पुलिस वेरिफिकेशन पहले करा रहा है। इलाहाबादी ने कहा है पहले बीस हजार रुपए वेतन दो बाद में पुलिस वेरिफिकेशन कराना।
निगम कर्मचारियों की समस्याओं के निदान को लेकर आयोजित बैठक में सफाई कर्मचारी नेताओं ने धरना प्रदर्शन की आवश्यकता बताते हुए सफाई कर्मचारियों से धरना प्रदर्शन को सफल बनाने के लिए अधिक से अधिक संख्या में नगर निगम पहुँचने का आह्वान किया।
बैठक में विनोद इलाहाबादी, श्याम कुमार करुणेश, हरीबाबू वाल्मीकि, सुन्दर बाबू चंचल, सन्तोष डागौर, मोहन गुलज़ार ( प्रदेश उपाध्यक्ष उत्तर प्रदेश स्थानीय निकाय कर्मचारी महासंघ,) राजकुमार विधार्थी, रोहित लवानियां, रंजीत नरवार, धनिया राम, रजनीश नरवार, मनीष वाल्मीकि,सोनू कुमार, सिकन्दर सिंह, जीतू पहलवान, कान्हा ठाकुर आदि मौजूद रहे।












