दिल्ली की कंपनी खरीद रही है सीएनजी गैस, पराली Straw के बदले किसान को पैसा भी मिल रहा है
यूपी80 न्यूज, नई दिल्ली
हरियाणा के करनाल में पराली Straw से सीएनजी CNG बनाने का बहुत बड़ा कारखाना शुरू हो चुका है। फिलहाल करनाल में पराली से कंप्रेस्ड बायोगैस (सीबीजी) बनाई जा रही है। ये फैक्ट्रियां न केवल पराली को सीएनजी में बदलने का कार्य कर रही हैं, बल्कि इसके बदले किसानों को पैसा भी दे रही हैं। कंपनी के कर्मचारी खुद किसानों farmers के खेत से पराली ट्रांसपोर्ट करके फैक्ट्री तक लेकर आते हैं और कंपनियों द्वारा किसानों को पराली के बदले प्रति हेक्टेयर 500 रुपए दिया जाता है। इस पहल से न केवल प्रदूषण पर रोक लग रही है, बल्कि किसानों की आमदनी भी बढ़ रही है।
ये गैस दिल्ली की इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड नामक कंपनी खरीदती है। पंजाब Punjab में इस तरह की 7 फैक्ट्रियां चल रही हैं, जो पराली से कोयला या कोक बना रही हैं और ये कंपनियां एनटीपीसी NTPC को कोयला बेच रही हैं। इस तरह पराली से कोयला और गैस दोनों बन रही हैं। पराली से गत्ता भी बनाया जा रहा है। अब गत्ता बनाने की भी कई फैक्ट्रियां शुरू हो रही हैं।
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इच्छा शक्ति की जरूरत : केजरीवाल
उधर, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल Arvind Kejriwal ने कहा है कि प्रदूषण से निपटने के लिए राजनीतिक इच्छा शक्ति की जरुरत है। यदि सभी राज्य सरकारों के अंदर इच्छा शक्ति है, तो हम पराली को एक अवसर में बदल सकते हैं। सीएम केजरीवाल ने कहा कि केंद्रीय पर्यावरण मंत्री के इस बयान से असहमति जताई है, जिसमें केंद्रीय मंत्री ने कहा है कि प्रदूषण को कम करने में कम से कम 4 साल लगेंगे। सीएम केजरीवाल का कहना है कि यदि सारी सरकारें और पार्टियां राजनीति छोड़कर ईमानदारी के साथ काम करें, तो काफी कम समय में प्रदूषण पर काबू पा सकते हैं। सीएम केजरीवाल ने केंद्रीय पर्यावरण मंत्री से अपील करते हुए कहा कि पराली की समस्या के स्थायी समाधान के लिए वे हरियाणा, पंजाब, दिल्ली और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्रियों के साथ हर महीने बैठक करें।
दिल्ली में बन रही है खाद:
पूसा इंस्टीट्यूट के वैज्ञानिकों मार्गदर्शन में दिल्ली सरकार इस बार सारे खेतों में अपने पैसों से एक विशेष केमिकल का छिड़काव कर रही है, जिसकी वजह से पराली खाद में बदल जाएगी और पराली जलाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
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