मांझी के बाद अब महागठबंधन से अलग हो सकते हैं उपेंद्र कुशवाहा Upendra Kushwaha, एनडीए NDA में शामिल होने की उम्मीद बढ़ी
यूपी80 न्यूज, पटना
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी Jitan Ram Manjhi के बाद अब पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा Upendra Kushwaha भी महागठबंधन Grand alliance से अलग हो सकते हैं। उपेंद्र कुशवाहा ने साफ तौर से कहा है कि राष्ट्रीय जनता दल RJD के मौजूदा नेतृत्व के पीछे खड़ा रहकर बिहार में परिवर्तन Change in Bihar नहीं लाया जा सकता है। उन्होंने अपने कार्यकत्र्ताओं को पूरी तरह से चुनावी तैयारी में जुट जाने का आह्वान किया।
गुरुवार को राष्ट्रीय लोक समता पार्टी Rashtriya Lok Samata Party के राष्ट्रीय व प्रदेश पदाधिकारियों के साथ आयोजित बैठक में उपेंद्र कुशवाहा ने यह बात कही। बता दें कि बिहार चुनाव को लेकर कभी भी आचार संहिता लागू हो सकती है, लेकिन महागठबंधन में सीटों के बंटवारे को लेकर अभी तक आम सहमति नहीं बन पायी है। इसके अलावा लालू यादव Lalu Yadav के छोटे पुत्र एवं पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के नेतृत्व में चुनाव लड़ने में कुछ सहयोगी दल असहज महसूस कर रहे हैं। उपेंद्र कुशवाहा ने गुरुवार को यह बात साफ तौर से कह दी।
बता दें कि सीट बंटवारे को लेकर बात न बनने पर एक पखवाड़ा पहले हिन्दुस्तान अवाम मोर्चा HAM के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी महागठबंधन छोड़कर नीतीश कुमार Nitish Kumar के साथ चले गए। इनके अलावा राष्ट्रीय जनता दल RJD के कई विधायक भी जेडीयू JDU में शामिल हो चुके हैं।
हालांकि उपेंद्र कुशवाहा पहले भी सीट बंटवारा को लेकर विष पीने का बयान दे चुके हैं। बावजूद इसके सीट बंटवारे को लेकर महागठबंधन में आम सहमति नहीं बन पायी है।
बता दें कि 2014 से पहले भी उपेंद्र कुशवाहा एनडीए में शामिल थें और पिछली मोदी सरकार में उन्होंने केंद्रीय मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री का कार्यभार संभाला था, लेकिन लोकसभा चुनाव से पहले ओबीसी मुद्दों का हवाला देते हुए एनडीए से अलग हो गए थे। 2019 लोकसभा चुनाव में उन्हें एक भी सीट पर जीत हासिल नहीं हुई। अब उपेंद्र कुशवाहा के ताजा बयान से ऐसा लग रहा है कि एक बार फिर वह एनडीए में वापसी कर सकते हैं।
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