राजनाथ सिंह ने कहा था, “चुनाव जीतने पर मोदी मंत्रिमंडल में अनुप्रिया पटेल का कद बढ़ेगा”।
लखनऊ / मिर्जापुर, 8 जून
लोकसभा चुनाव 2019 से पहले चुनाव के ऐन मौके पर देश के पूर्व गृहमंत्री एवं भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रह चुके वरिष्ठ नेता राजनाथ सिंह का अनुप्रिया पटेल को लेकर मिर्जापुरवासियों को दिया गया आश्वासन एक छलावा था या भाजपा शीर्ष नेतृत्व ने अपने पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष के वायदे को गंभीरता से नहीं लिया या कुछ और! गरीबों, वंचितों के लिए अंतिम सांस तक संघर्ष करने वाले अपना दल संस्थापक डॉ.सोनेलाल पटेल की बेटी एवं मिर्जापुर लोकसभा क्षेत्र से दूसरी बार बंपर वोटों से जीत हासिल करने वाली अनुप्रिया पटेल को मोदी मंत्रिमंडल में शामिल न किया जाना अपने आप में कई सवाल खड़े कर रहे हैं।
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उत्तर प्रदेश का पढ़ा- लिखा तबका मंथन कर रहा है कि क्या भाजपा के अंदर राजनाथ सिंह का कद छोटा किया जा रहा है या अब उनकी बातों की कोई वैल्यू नहीं रही। आखिर भाजपा शीर्ष नेतृत्व ने ऐसा क्यों किया!
अनुप्रिया पटेल अर्थात एनडीए का एक मजबूत स्तंभ, जिसे मोदी मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किया गया। उधर, बिहार में बड़े भाई की भूमिका निभाने वाले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू का भी मोदी मंत्रिमंडल में शामिल न होना एनडीए के भविष्य पर सवाल खड़ा कर रहा है।
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बता दें कि लोकसभा चुनाव 2019 में मिर्जापुर से एनडीए उम्मीदवार अनुप्रिया पटेल के समर्थन में मिर्जापुर जनपद के बीएलजे मैदान में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा था, “मिर्जापुर का सौभाग्य है कि यहां से अनुप्रिया पटेल सांसद हैं, इनका दामन बेदाग है। 2019 में चुनाव जीतने पर नरेंद्र मोदी जी के मंत्रिमंडल में अनुप्रिया पटेल का कद बढ़ेगा।” राजनाथ सिंह ने यह भी कहा था कि मैं देश बनाने के लिए अनुप्रिया पटेल के समर्थन में वोट मांगने मिर्जापुर जनपद आया हूं।
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समर्थकों में निराशा:
अनुप्रिया पटेल को मोदी मंत्रिमंडल में शामिल न किए जाने से उनके समर्थकों में बेहद निराशा और नाराजगी है। ओबीसी, एससी, एसटी के अधिकारों की आवाज संसद में बुलंद करने वाली अनुप्रिया पटेल को मंत्रि न बनाए जाने से यह वर्ग सदमे में है।
मीडिया भी अचंभित:
लोकसभा चुनाव से पहले ही मीडिया ने जिन सीटों पर भाजपा गठबंधन की जीत के कयास लगा रही थी, उनमें अनुप्रिया पटेल की संसदीय सीट मिर्जापुर भी शामिल थी। चुनाव परिणाम आने के बाद मीडियाकर्मियों ने अनुप्रिया पटेल को मोदी मंत्रिमंडल की टीम में सबसे ऊपर बता रहे थें। ऐसे में मंत्रिमंडल में अनुप्रिया पटेल को जगह न देने से मीडिया भी अचम्भित है।