यूपी80 न्यूज, लखनऊ
लोकसभा चुनाव के बाद रिक्त हुई उत्तर प्रदेश की 10 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर भाजपा और उसके सहयोगी दलों ने रणनीति बनाना शुरू कर दिए हैं। इन सीटों पर फतह हासिल करने के लिए मुख्यमंत्री योगी ने अपने 16 मंत्रियों को उतारा है। हालांकि इस लिस्ट में भाजपा की सहयोगी सुभासपा प्रमुख ओमप्रकाश राजभर का फिलहाल नाम नहीं है।
प्रदेश की इन 10 सीटों में से 5 सीटें भाजपा के पास थीं, लेकिन अन्य 5 सीटों पर भी जीत का पताका लहरा कर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बड़ा संदेश देते हुए लोकसभा चुनाव में मिली करार हार से कार्यकर्ताओं के चेहरे पर छायी मायूसी को दूर करना चाहते हैं। हालांकि इन मंत्रियों में से अधिकांश लोकसभा चुनाव में फिसड्डी साबित हुए। मंत्री जयवीर सिंह खुद मैनपुरी से लोकसभा चुनाव हार गए और निषाद पार्टी के मुखिया डॉ.संजय निषाद के पुत्र प्रवीण निषाद को संत कबीर नगर से लोकसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ा।
विधानसभा सीटें – प्रभारी मंत्री
करहल – जयवीर सिंह
(सपा प्रमुख अखिलेश यादव के इस्तीफा से रिक्त हुई सीट)
मिल्कीपुर – सूर्य प्रताप सिंह व मयंकेश्वर शरण सिंह
(अयोध्या से सपा विधायक अवधेश प्रसाद के सांसद निर्वाचित होने से रिक्त हुई सीट)
कटेहरी – स्वतंत्र देव सिंह व आशीष पटेल
(अंबेडकर नगर से सपा विधायक लालजी वर्मा के सांसद निर्वाचित होने से रिक्त हुई सीट)
सीसामऊ – सुरेश खन्ना व संजय निषाद
(सपा विधायक इरफान सोलंकी को सात साल की सजा होने से रिक्त हुई सीट)
फूलपुर – दयाशंकर सिंह व राकेश सचान
(भाजपा विधायक प्रवीण पटेल के सांसद निर्वाचित होने से रिक्त हुई सीट )
मझवां- अनिल राजभर
(निषाद पार्टी के विधायक डॉ.विनोद बिंद के भदोही से सांसद निर्वाचित होने से रिक्त हुई सीट)
गाजियाबाद सदर- सुनील शर्मा
(विधायक अतुल गर्ग के सांसद निर्वाचित होने से रिक्त हुई सीट)
मीरापुर – अनिल कुमार व सोमेंद्र तोमर
(रालोद विधायक चंदन चौहान के बिजनौर से सांसद निर्वाचित होने पर रिक्त हुई सीट )
खैर- लक्ष्मी नारायण चौधरी
(अलीगढ़ की इस सीट से विधायक अनूप प्रधान के हाथरस से सांसद निर्वाचित होने से रिक्त हुई सीट )
कुंदरकी – धर्मपाल सिंह व जेपीएस राठौर
(सपा विधायक जियाउर्रहमान बर्क के संभल से सांसद निर्वाचित होने से रिक्त सीट)