यूपी 80 न्यूज़, पटना/ नई दिल्ली
राजनीति में भाषा और सूचिता की बात करने वाले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जुबां बार बार फिसल रही है। इन दिनों वह अपने विवादित बयानों से ज्यादा सुर्खियां बटोर रहे हैं। लोकसभा चुनाव के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक बार फिर कुछ ऐसा कह दिया है जिसको लेकर वो विरोधियों के निशाने पर आ गए हैं।
दरअसल, नीतीश कुमार ने पूर्णिया के बनमनखी में एनडीए उम्मीदवार के लिए प्रचार करते हुए लालू परिवार पर व्यक्तिगत टिप्पणी की। हालांकि पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने उनकी विवादित टिप्पणी का शालीनता से जवाब दिया है।
नीतीश कुमार ने चुनाव प्रचार के दौरान भाई – भतीजावाद और भ्रष्टाचार के आधार पर लालू प्रसाद यादव के परिवार पर जमकर हमला बोलते हुए कहा कि भ्रष्टाचार के मामलों के कारण उन्हें (लालू प्रसाद यादव) गद्दी छोड़नी पड़ी, जिसके बाद उन्होंने अपनी पत्नी को मुख्यमंत्री बनाया। अब वह अपने बच्चों को बढ़ावा दे रहे हैं।
नीतीश ने कहा,
“उन्होंने कई बाल-बच्चे पैदा किए हैं।” क्या किसी को इतने बाल-बच्चा पैदा करने की जरूरत है?’ लालू परिवार के खिलाफ अपना हमला जारी रखते हुए नीतीश ने कहा, ‘उनकी बेटियां और दो बेटे पहले से ही सक्रिय राजनीति में हैं। वे वास्तव में क्या करते हैं? वे अपनी सनसनीखेज टिप्पणियों से सुर्खियां बटोरते हैं।’
तेजस्वी यादव ने शालीनता से दिया जवाब:
तेजस्वी यादव ने कहा,
“वो जो भी बोलेंगे मेरे लिए आशीर्वाद होगा। व्यक्तिगत बातें नहीं बोलनी चाहिए। क्या व्यक्तिगत बातें बोलने से बिहार के लोगों को फायदा होगा? ऐसी बातें बोलनी नहीं चाहिए। इससे फायदा किसका है? आज कल वो क्या भाषण दे रहे हैं, कौन लिख कर उन्हें भाषण दे रहा है? ये लग ही नहीं रहा है कि लोक सभा का चुनाव है। इस समय बिहार की बेरोजगारी पर बात कीजिये, बिहार के विशेष पैकेज पर बात कीजिये। शिक्षा- स्वास्थ्य के बारे में बात कीजिये। पलायन कैसे रोकेंगे मुख्यमंत्री जी, ये बताइये। हम तो भगवान से यही प्रार्थना करेंगे कि स्वस्थ रहें – सुखी रहें।”