यूपी80 न्यूज, लखनऊ
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय Ajay Rai ने महिला सिपाही के साथ ट्रेन में दरिंदों द्वारा की गई बर्बरता की निंदा करते हुए कहा कि योगी सरकार अपनी ही महिला आरक्षी को सुरक्षा प्रदान करने में असमर्थ है तो प्रदेश के आम जनमानस की सुरक्षा कैसे कर सकती हैं। रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव द्वारा रेलवे की सुरक्षा के संदर्भ में किये जाने वाले तमाम दावों की हक़ीकत का पर्दाफाश करते हुए उन्होंने प्रश्न किया कि आखिर इस महिला सिपाही की रेलवे विभाग सुरक्षा क्यों नहीं कर पाई?
अजय राय ने कहा कि आज यह बेटी लखनऊ के किंग जार्ज मेडिकल कॉलेज के ट्रामा सेंटर में जीवन के लिए संघर्ष कर रही है। कल जब मैं पीड़ित महिला आरक्षी का हाल चाल लेने के लिए ट्रामा सेंटर जा रहा था तो प्रदेश सरकार ने भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर मुझे वहां जाने से रोकने का भरसक प्रयास किया, लेकिन हम वहां पहुंचे और चिकित्सकों से वार्ता कर महिला आरक्षी का हाल चाल लिया एवं उसके बेहतर इलाज हेतु उनसे बात-चीत की।
प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है। उन्होंने भारत सरकार के मंत्री के घर पर हत्या एवं चलती ट्रेन में महिला सिपाही के साथ की गई बर्बरता की घटना को प्रमुखता से उठाते हुए न्यायिक जांच की मांग की है। उन्होंने मुख्यमंत्री से सवाल किया है कि आखिर केन्द्रीय मंत्री कौशल किशोर के घर पर बुल्डोजर कब चलेगा।
प्रदेश अध्यक्ष ने भारत सरकार के मंत्री कौशल किशोर के घर में उनके बेटे की पिस्टल से भाजपा कार्यकर्ता की हत्या की निंदा करते हुए योगी सरकार की बहुप्रचारित कानून व्यवस्था पर सवाल खड़ा किया। उन्होंने कहा कि मंत्री के घर शराब और जुआ का दौर चल रहा था, जबकि वह शराब बंदी के लिए अभियान चलाते हैं। उनके अपने ही घर में भाजपा कार्यकर्ता की हत्या होना निंदनीय कृत्य है।
अजय राय ने कहा कि भारत सरकार के मंत्री झूठ बोलते हैं कि उनका बेटा मौका-ए वारदात पर मौजूद नहीं था वह तो दिल्ली में था। उन्होंने कहा कि यदि योगी सरकार ईमानदारी की बात करती है तो मंत्री पुत्र के विरूद्ध 120 बी का मुकदमा दर्ज कर पूरे घटनाक्रम की मौजूदा जज की देख-रेख में न्यायिक जांच कराई जानी चाहिए, जिससे दूध का दूध और पानी का पानी हो सके।