यूपी80 न्यूज, आजमगढ़
”उत्तर प्रदेश की योगी सरकार उत्तर प्रदेश के टॉप टेन, टॉप हंड्रेड माफियाओं की लिस्ट क्यों नहीं जारी कर रही है? योगी सरकार को मालूम है कि कहीं बीजेपी के लोग ही इसमें ना आ जाएं।” सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने शनिवार को आजमगढ़ दौरा के दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए यह बात कही।
सपा प्रमुख शनिवार को आजमगढ़ जनपद के अतरौलिया क्षेत्र के सेनपुर में सपा के राष्ट्रीय महासचिव एवं पूर्व मंत्री बलराम यादव की पत्नी के निधन पर शोकाकुल परिवार को सांत्वना देने पहुंचे थे। श्रद्धांजलि के बाद पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि जिस प्रकार से प्रयागराज में राजू पाल हत्याकांड के गवाह उमेश पाल और उनके दोनों गनर की हत्या हुई यह सरकार पर सबसे बड़ा सवाल है। लेकिन सरकार विपक्षियों से सवाल कर रही है। सभी को मालूम है कि सरकार की जिम्मेदारी होती है सुरक्षा करने की। उसका इंटेलिजेंस होता है। सरकार को मालूम है कि किसी को गनर क्यों दिया गया है। उसकी सुरक्षा की समीक्षा होनी चाहिए, लेकिन सरकार यह सब कुछ नहीं कर सकी।
उमेश पाल के गनर के परिजनों से नहीं मिले अखिलेश यादव:
सपा प्रमुख ने कहा कि उनकी पूरी सहानुभूति उमेश पाल एवं दोनों शहीद गनर के परिजनों के प्रति है। उन्होंने कहा कि वह अभी उनके घर नहीं जाएंगे, क्योंकि यही लोग फिर कहेंगे कि सहानुभूति लेने वोट बैंक की राजनीति करने आ गए हैं। बता दें कि शहीद संदीप निषाद का पैतृक घर आजमगढ़ है। अखिलेश यादव ने कहा कि सरकार क्यों नहीं टॉप टेन टॉप हंड्रेड यूपी के माफियाओं की लिस्ट जारी कर रही है क्योंकि उनको मालूम है कि कहीं बीजेपी के लोग ही इसमें ना आ जाए। 20 वर्ष पुराने मुकदमों में लोगों को जेल भेज दिया जा रहा है।