यूपी80 न्यूज, बलिया
क्रांतिकारियों की धरती बलिया में आजकल अपराधियों की बजाय पत्रकारों के साथ मारपीट करने में पुलिस कुछ ज्यादा ही रूचि ले रही है। जनपद में कभी दिन दहाड़े पत्रकार की हत्या कर दी जाती है तो कभी अपनी समस्याओं को लेकर थाने पहुंचे पत्रकार के साथ मारपीट करती है।
ताजा मामला बलिया जनपद के उभांव थाना क्षेत्र में पत्रकार के साथ थानाध्यक्ष द्वारा मारपीट का मामला सामने आया है। फास्ट न्यूज इंडिया के पत्रकार चन्दन कुमार, जो मऊ जनपद के बिलौझा गांव के निवासी हैं, अपने रिश्तेदार के जमीनी विवाद के संबंध में उभांव थाना पहुंचे थे। आरोप है कि थानाध्यक्ष राजेन्द्र प्रसाद सिंह से कई बार निवेदन करने के बावजूद उन्होंने बात नहीं सुनी और कुछ लोगों के साथ कोल्ड्रिंक पीते रहे।
करीब दो घंटे तक इंतजार के बाद पत्रकार ने मामले की सूचना डीआईजी और एसपी को दी। पत्रकार का कहना है कि इसके बाद थानाध्यक्ष ने उन्हें जबरन कोल्ड्रिंक पिलाया और अंदर ले जाकर डंडे और लात से बुरी तरह पीटा। साथ ही जातिसूचक शब्दों का भी प्रयोग किया गया।

घटना के बाद पीड़ित पत्रकार ने एसपी बलिया और जिलाधिकारी को पत्र सौंपकर आरोपी इंस्पेक्टर पर कार्रवाई की मांग की है। पत्रकार संघ ने भी इस घटना की निंदा करते हुए दोषी अधिकारी पर सख्त कार्रवाई की मांग की है। पत्रकार चन्दन कुमार के साथ हुए दुर्व्यवहार को लेकर जिले भर के पत्रकारों में आक्रोश व्याप्त है। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी बलिया ने प्रकरण की जांच सीओ रसड़ा आलोक कुमार गुप्ता को सौंपी है।
खास बात यह है कि जब पत्रकार संघ अधिकारियों को ज्ञापन देने पहुंचता है तो अधिकारी महोदय खड़ा होने की बजाय फोन पर बिजी रहते हुए पत्रकारों का ज्ञापन लेते हैं। इसे आप क्या कहेंगे!