प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर राज्यपाल के नाम सौंपा ज्ञापन, ब्लॉक स्तर पर मत्स्य मंत्रालय का कार्यालय खोलने की मांग
यूपी80 न्यूज, लखनऊ/सोनभद्र
माझी, कहार, कश्यप, केवट, मल्लाह इत्यादि जातियों को अनुसूचित जाति में शामिल करने की मांग को लेकर निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ.संजय निषाद के आह्वान पर पार्टी पदाधिकारियों ने सोमवार को प्रदेश के विभिन्न जिला मुख्यालयों पर राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा। निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ.संजय निषाद का कहना है कि वर्तमान में निषाद समाज मछुआ समुदाय उत्तर प्रदेश की आरक्षण व्यवस्था में कहीं नहीं रह गया है, जिसकी वजह से मछुआ समुदाय संवैधानिक अधिकारों एवं संरक्षण से वंचित होने के कारण विकास की मुख्यधारा से पिछड़ गया है। अत: निषाद समाज को अनुसूचित जाति में शामिल करना अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि यदि भाजपा वादा-खिलाफी करेगी तो मछुआ समाज भाजपा को सत्ता से हटाने की कूवत रखता है।
निषाद पार्टी की प्रमुख मांगें:
1.संविधान में सूचीबद्ध मझवार, गोंड़, तुरैना, खरवार, बेलदार, खरोट, कोली का अनुसूचित जाति प्रमाणपत्र यथाशीघ्र जारी किया जाय।
2.राष्ट्रपति के 1961 के आदेशानुसार मछुआरों को उपरोक्त जातियों में 2021 की जनगणना में गिना जाय।
3.उपरोक्त सभी समूहों की पर्यायवाची जातियों को रेणुका आयोग के रिपोर्ट के अनुसार विमुक्ति जनजाति की सभी सुविधाएं दी जाय।
4.ताल, घाट, नदी पूर्व की भांति निषादवंशीय मछुआ समुदाय को दिया जाय। नदियों के किनारे खाली पड़ी भूमि के नीचे मौरंग, बालू को भी मछुआ समुदाय को आरक्षित किया जाए।
5.मत्सय मंत्रालय के सभी योजनाओं का लाभ परंपरागत गरीब मछुआरों को दिया जाय।
6.पंचायत चुनाव से पहले बसपा द्वारा लिए गए मझबार आरक्षण जो संविधान की सूची में सूचीबद्ध है के रोक को सरकार हाईकोर्ट में पक्ष में प्रमाणित दस्तावेज प्रस्तुत कर हटाया जाए। साथ ही हमारा आरक्षण लागू किया जाय।
7.मत्स्य मंत्रालय द्वारा जारी बीमा योजना को ग्रामसभा में सभा आयोजित कर मछुआ समुदाय का बीमा करवाया जाय।
8.मत्सय मंत्रालय द्वारा जारी गाइडलाइन क्षेत्रीय भाषाओं में लिखवाकर मछुआ समुदाय के गांवों में लगाया जाय।
9.आधुनिक शिक्षण प्रशिक्षण हेतु गांव के गरीब मछुआरों को प्रोत्साहन राशि दी जाय।
10.सरकारा द्वारा दी जानेवाली अनुदान सहायता राशि बिना गारंटी के प्रदान किया जाय।
11.दक्षिणी भारत जैसे उत्तर प्रदेश के मछुआरों को भी सुविधा दी जाय।
12.मत्स्य मंत्रालय के विभागों को ब्लॉक स्तर पर खोला जाय।
13.निजी एवम् सरकारी विद्यालयों में मछुआ समुदाय के बच्चों का सीट आरक्षित कर पढ़ाई लिखाई के साथ अन्य सुविधाएं भी नि:शुल्क दिया जाय।
14.जनसंख्या के आधार पर सभी क्षेत्रों में मछुआ समुदाय की सभी जातियों तथा उपजातियों के लिए सीटें आरक्षित की जाय।
15.प्रयागराज में श्री रामचंद्र जी की मूर्ति तथा राम के बड़े भाई निषादराज की मूर्ति अयोध्या में श्री रामचंद्र की मूर्ति के बराबर लगाया जाय।
16.मछुआ समुदाय के सभी महापुरुषों का जीवन वृतांत विस्तार से पाठ्यक्रमों में शामिल किया जाय और उनके गौरवशाली इतिहास को पुनर्जिवित किया जाय।













