यूपी 80 न्यूज़, लखनऊ
विधानमंडल के शीतकालीन सत्र 16 दिसंबर से शुरू हो रहा है। 17 दिसंबर को अनुपूरक बजट पेश किया जाएगा। महाकुंभ पर केंद्रित अनुपूरक बजट का आकार 12 से 15 हजार करोड़ रुपये के बीच होने की संभावना है। सत्र काफी हंगामेदार होने आसार हैं। विपक्ष कई मुद्दों को लेकर तैयार है। सरकार ने भी पूरी तैयारी की है।
सत्र के पहल दिन औपचारिक कार्य अध्यादेशों, अधिसूचनाओं, नियमों को सदन के पटल पर रखा जाएगा और विधायी कार्य होंगे। 17 दिसंबर को अनुपूरक बजट पेश किया होगा। 18 दिसंबर को अनुपूरक बजट पर चर्चा होगी। 19 और 20 दिसंबर को विधायी कार्य होंगे। 20 दिसंबर को सदन आधे दिन संचालित होगा।
अनुपूरक बजट का मुख्य हिस्सा महाकुंभ के लिए परिवहन विभाग, नगर विकास विभाग सहित कुंभ से जुड़े अन्य विभागों को आवंटित हो सकता है। औद्योगिक विकास, एमएसएमई को भी बजट में हिस्सा दिया जाएगा। विभागों के पास पूर्व में आवंटित बजट ही काफी बचा है। भारत सरकार से भी अनुदान, वित्त आयोग सहित अन्य मदों से धन आ रहा है। 2.34 लाख करोड़ रुपये मार्च तक केंद्र से मिलना है।
फरवरी के दूसरे हफ्ते में पूर्ण बजट आना है, इसलिए अनुपूरक बजट का आकार छोटा रहने की संभावना है। अनुपूरूक बजट के लिए विभागों से प्रस्ताव मांगे गए हैं। जुलाई में 12209 करोड़ रुपये का अनुपूरक बजट पेश किया गया। तब बजट में सर्वाधिक 7500 करोड़ रुपये औद्योगिक विकास के लिए आवंटित किए गए थे।
ये अध्यादेश आ सकते हैं:
इस बार शीतकालीन सत्र में उप्र निजी विश्वविद्यालय सातवां संशोधन अध्यादेश 2024, उप्र अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति आयोग संशोधन अध्यादेश 2024, उप्र गो-सेवा आयोग संशोधन अध्यादेश 2024, उप्र निजी विश्वविद्यालय आठवां संशोधन अध्यादेश 2024, उप्र राज्य लोक सेवा आयोग प्रकिया का विनियमन संशोधन अध्यादेश उप्र निजी विश्वविद्यालय नौवां संशोधन अध्यादेश 2024, उप्र माल और सेवा कर संशोधन अध्यादेश 2024 उप्र निजी विश्वविद्यालय दसवां संशोधन अध्यादेश 2024 और उप्र राज्य क्रीडा विश्वविद्यालय संशोधन अध्यादेश 2024 हो सकते हैं।