यूपी 80 न्यूज़, लखनऊ
मुख्यमंत्री मिशन रोजगार योजना के तहत इजराइल में भारतीय श्रमिकों को रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा आयोजित स्किल टेस्ट कार्यक्रम में प्रदेश के श्रम एवं सेवायोजन मंत्री अनिल राजभर ने मुख्य अतिथि के रूप में और व्यावसायिक शिक्षा, कौशल विकास एवं उद्यमशीलता राज्यमंत्री स्वतन्त्र प्रभार कपिल देव अग्रवाल ने विशिष्ट अतिथि के रूप में राजकीय आईटीआई लखनऊ में कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
श्रम मंत्री ने कहा कि देश के निर्माण और अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ बनाने में श्रमिकों की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने कहा कि भारतीय श्रमिकों को इजराइल में सेवायोजित किये जाने से भारत और इजराइल के सम्बन्धों का नया अध्याय शुरू होने जा रहा है। उन्होंने श्रमिकों से अपील की कि जिनका भी चयन हो जायेगा, वे पूरे मनोबल के साथ इजराइल जाकर मेहनत और लगन से कार्य करें। यूरोप के देशों में भारतीय श्रमिकों की मांग बढ़ रही है। श्रमिकों के आने-जाने में कोई समस्या न हो, उनकी सभी जरूरतों को ध्यान में रखा जा रहा है। आवश्यकता पड़ने पर उन्हें कम ब्याज पर ऋण भी उपलब्ध कराया जायेगा।
मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री के नेतृत्व में देश एवं प्रदेश के युवाओं को हुनरमंद बनाकर उन्हें रोजगार एवं स्वरोजगार के अवसर प्रदान किये जा रहे है। उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि इजराइल सरकार एवं भारत सरकार के मध्य हुई अनुबन्ध के अन्तर्गत शटरिंग कारपेन्टर, आयरन वेन्डिंग, सेरेमिक टाईल,प्लास्टरिंग के क्षेत्र में 10 हजार प्रशिक्षित श्रमिको को इजराइल भेजने की तैयारी की जा रही है। इजराइल में श्रमिको को 1,37,250 रुपये प्रतिमाह वेतन दिए जाएंगे। आईटीआई अलीगंज लखनऊ को टेस्टिंग कराने हेतु नोडल नामित किया गया है।
श्रमायुक्त मार्कण्डेय शाही ने कहा कि प्रथम चरण में 5,000 लोगों को भेजा जा रहा है। इजराइल सरकार द्वारा भारत सरकार को 10,000 निर्माण श्रमिकों की आवश्यकता बतायी गयी है। उन्होंने कहा कि लगभग 11,000 इच्छुक श्रमिकों का डाटा एकत्र कर पीबा को प्रेषित किया गया। निदेशक प्रशिक्षण एवं सेवायोजन कुणाल सिल्कू ने बताया कि निर्माण श्रमिकों को इजराइल में रोजगार दिये जाने की कार्यवाही केंद्रीय कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्रालय के अधीन कार्यरत एजेन्सी एनएसडीसी इन्टरनेशनल व इजराइल सरकार के अधीन कार्यरत् एजेन्सी पीआईबीए के द्वारा की जा रही है।
पीबा द्वारा चयनित श्रमिकों में से 23 जनवरी को आगरा, कानपुर एवं लखनऊ से 629 श्रमिकों का, 24 जनवरी को आजमगढ एवं बांदा मण्डल के 585 श्रमिकों का, 25 जनवरी को बरेली, झांसी, नोयडा, मुरादाबाद एवं देवीपाटन मण्डल के 563 श्रमिकों का, 27 जनवरी को वाराणसी, मिर्जापुर, मेरठ एवं गाजियाबाद के 656 श्रमिकों का, 28 जनवरी को गोरखपुर मंडल के 877 श्रमिकों का 29 जनवरी को अयोध्या एवं सहारनपुर मण्डल के 739 श्रमिकों का एवं 30 जनवरी को अलीगढ, बस्ती एवं प्रयागराज मंडल के 603 श्रमिकों का परीक्षण किया जाएगा।