-बुनकरों और सरकार के मशवरे के बाद बनेगी नई रूपरेखा
यूपी80 न्यूज, लखनऊ
पॉवरलूम बुनकरों ने हड़ताल वापस ले ली है। फिलहाल जुलाई 2020 तक पुरानी व्यवस्था के अनुसार पासबुक पर बकाया जमा करने के लिए सरकार राजी हो गई है। बुधवार को लखनऊ में अपर मुख्य सचिव नवनीत सहगल के नेतृत्व में चली लंबी बैठक में यह फैसला लिया गया। बैठक में बीजेपी के वरिष्ठ नेता अशोक धवन, मेरठ से सपा विधायक रफीक अंसारी, टांडा के बुनकर नेता हाजी इफ्तेखार अंसारी, मऊ के पूर्व चेयरमैन अरशद जमाल इत्यादि लोग शामिल हुए।
बैठक में ये फैसला हुआ:
1.जूलाई 2020 तक सभी बुनकरों का बकाया 2006 की फ्लैट रेट वाली गाइड लाइन के अनुसार पासबुक पर जमा कराया जाएगा।
2.जिन बुनकरों ने किसी कारण वश पासबुक की धनराशि नहीं जमा कराई है, उनका पूरा बकाया भी पुरानी व्यवस्था के अनुसार ही जमा कराया जाएगा।

3.जिन बुनकरों ने दिसम्बर 2020 तक पासबुक पर पूरा पैसा जमा किया है या नहीं किया फिर भी उनको बकाए का मैसेज विभाग द्वारा भेजा जा रहा है वो सभी बकाया बुनकरों के खाते से पासबुक पर पैसा जमा होने के बाद समाप्त कर दिया जाएगा।
4.जिन बुनकरों की बकाए की वजह से आरसी कटी गई है उसको वापस लिया जाएगा या जिनके कनेक्शन काटे गए हैं तो वो जोड़ दिए जाएंगे।

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5.जबतक नई व्यवस्था लागू नहीं होती तब तक बुनकरों को किसी भी प्रकार से विधुत विभाग द्वारा परेशान नहीं किया जाएगा।
6.नई व्यवस्था लागू करने के नियम बनाने से पहले सरकार बुनकर प्रतिनिधियों से वार्तालाप करेगी।
हड़ताल वापस लेने के बाद बुनकरों ने आपस में तय किया और अधिकारियों से अनुरोध किया कि नई व्यवस्था भी फ्लैट रेट वाली ही तय होनी चाहिए। इसके अलावा नए मसौदा में हथकरघा विभाग को शामिल न किया जाए और विद्युत के रेट को प्रति लूम और प्रति किलोवाट ही फिक्स रखे।
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