यूपी 80 न्यूज़, लखनऊ
उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के नेतृत्व व निर्देशन में योजनाओं के माध्यम से जहां महिलाओं को स्वावलंबी व आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है।
स्वयंसहायता समूहों से जुड़ी दीदियां विभिन्न क्रियाकलापों से जहां अपनी आर्थिक समृद्धि का मार्ग प्रशस्त कर रही हैं, वहीं अपने सामाजिक दायित्वों का निर्वहन करते हुए देश व प्रदेश के विकास रथ को आगे बढ़ाने में भी योगदान दे रही हैं।

राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन से प्राप्त जानकारी के अनुसार राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन यूपीएसआरएलएम के विद्युत सखी कार्यक्रम ने नई उपलब्धियां हासिल की है। इससे जुड़े स्वयं सहायता समूह की महिलाओं विद्युत सखियों ने वित्तीय वर्ष 2024-25 में अब तक 840 करोड़ रुपये का विद्युत बिल कलेक्शन कर लिया है, जो कि वित्तीय वर्ष की समाप्ति तक रू 1000 करोड़ रुपये से ज्यादा हो जाने का अनुमान है। वित्तीय वर्ष 2021-22 में 87 करोड़ रुपये, 2022-23 में 262 करोड़ रुपये और वित्तीय वर्ष 2023-24 में 466 करोड़ रुपये विद्युत् बिल कलेक्शन किया गया। इसकी तुलना में चालू वित्तीय वर्ष में अब तक विद्युत बिल कलेक्शन 840 करोड़ रुपये पहुंच गया, जो इसमें साल दर साल 120 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है। योजना के प्रारंभ वर्ष 2020 से अबतक विद्युत सखियों ने विद्युत वितरण कंपनियों डिस्कॉम के लिए 1,600 करोड़ रुपये का राजस्व कलेक्शन करने में सफलता पाई है।
यूपीएसआरएलएम के इस कार्यक्रम का उद्देश्य न केवल विद्युत सखी के रूप में रोजगार देकर महिलाओं को सशक्त बनाना है, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में डिस्कॉम की विद्युत बिल कलेक्शन क्षमता में सुधार लाना है।
निदेशक राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन की मिशन दीपा रंजन ने बताया कि चालू वर्ष में विद्युत सखियों ने कई उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल की हैं, इसमें 438 विद्युत सखियों ने ‘लखपति दीदी’ बनने में सफलता पाई हैं। इस वर्ष अब तक विद्युत् सखियों को लगभग 10.5 करोड़ रुपये कमीशन के रूप में प्राप्त हुए है, विद्युत सखियों ने ओटीएस योजना के तहत दिसम्बर 2024 और जनवरी 2025 में दो महीने में 303 करोड़ रुपये का विद्युत बिल कलेक्शन किया है, इसके एवज में उन्हें 3.5 करोड़ रुपये कमीशन मिले।
।यूपीएसआरएलएम के संयुक्त निदेशक जनमेजय शुक्ला ने बताया कि विद्युत सखी कार्यक्रम के तहत 13,088 विद्युत सखियां एक्टिवेटिड हैं व 28,427 विद्युत् सखियाँ रजिस्टर्ड हैं, यूपीएसआरएलएम ने सीईईडब्ल्यू और एसआईआरडी-यूपी के सहयोग से 13500 से अधिक नई विद्युत सखियों को प्रशिक्षित किया है, एक्टिवेटिड विद्युत् सखियों को आगे बढ़ाकर इस कार्यक्रम की प्रगति को तेज़ी से बढ़ाया जा सके।