लालजी वर्मा ने कहा- वोटिंग से साबित हो गया कि कौन पीडीएवादी है और कौन मनुवादी – सामंतवादी है
यूपी 80 न्यूज़, लखनऊ
उत्तर प्रदेश में मंगलवार को हुए द्विवार्षिक राज्यसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी में भारी सेंध लग गई। सपा के 6 विधायकों ने भाजपा उम्मीदवारों के पक्ष में वोट दिया।
राज्य सभा चुनाव में विधान सभा में सपा के मुख्य सचेतक मनोज पांडेय, राकेश पांडेय, विनोद चतुर्वेदी, राकेश प्रताप सिंह, अभय सिंह और पूजा पाल ने क्रॉस वोट किया।
सपा के बागी विधायकों के क्रॉस वोटिंग पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि अपनी पार्टी में बागियों की पहचान करने के लिए राज्यसभा चुनाव में तीसरा प्रत्याशी उतारा था। मंगलवार को राज्यसभा चुनाव के लिए हुई वोटिंग के बीच अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया ‘एक्स’ पर लिखा, “हमारी राज्यसभा की तीसरी सीट दरअसल सच्चे साथियों की पहचान करने की परीक्षा थी और ये जानने की कि कौन-कौन दिल से पीडीए के साथ और कौन अंतरात्मा से पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यकों के ख़िलाफ़ है। अब सब कुछ साफ़ है, यही तीसरी सीट की जीत है।”
सपा प्रमुख ने मीडिया से कहा कि जो लोग ‘लाभ’ चाहते हैं वे चले जाएंगे। जिनसे वादा किया गया होगा वे जाएंगे। भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि जो लोग किसी की राह में कीलें बिछाते हैं या दूसरों के लिए गड्ढा खोदते हैं, वे खुद गिर जाते हैं। भाजपा चुनाव जीतने के लिए सभी हथकंडे अपना सकती है। उसने किसी ‘लाभ के लिए आश्वासन दिया होगा। जिस भाजपा ने चंडीगढ़ में बेईमानी की हो। बैलेट पेपर से जब वोट पड़ा तो उन बैलटों को किस तरह से बिगाड़ा गया, किस तरह से खराब किया गया और अधिकारी के माध्यम से यह सब किया गया। यदि उस समय सीसीटीवी न होता है तो भाजपा की इस हरकत को कोई नहीं देख पाता।
अखिलेश यादव ने कहा कि जो लोग गए हैं, उनमें सरकार के खिलाफ खड़ा होने का साहस नहीं रहा होगा। क्रास वोटिंग करने वालों पर कार्रवाई जरूर होगी, क्योंकि हमारे साथियों का मानना है कि ऐसे लोगों को दूर कर देना चाहिये।
सपा प्रमुख से जब पार्टी विधानमंडल दल नेता मनोज पांडेय के बाबत पूछा गया तो उन्होंने कहा कि अभी तक वे कद्दावर नेता लग रहे थे, लेकिन कद्दावर नेता निकले नहीं। यह बात अब समझ में आ गई।
सपा के वरिष्ठ नेता लाल जी वर्मा ने कहा कि वोटिंग से साबित हो गया कि कौन पीडीएवादी है और कौन मनुवादी – सामंतवादी है।