गोसाईंगंज, प्रयागराज, अमेठी, अलीगढ़ में पत्नियां मांग रही हैं वोट
यूपी80 न्यूज, लखनऊ
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में कई महिला प्रत्याशी भी चुनाव लड़ रही हैं। इनमें से कई महिला प्रत्याशी ऐसी हैं, जो जेल में बंद अपने पति की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाने के लिए पूरी मेहनत कर रही हैं। इन महिलाओं में आरती तिवारी, शाइस्ता परवीन, महाराजी प्रजापति जैसी महिलाएं शामिल हैं।
आरती तिवारी:
भाजपा प्रत्याशी आरती तिवारी अयोध्या की गोसाईंगंज सीट से चुनाव लड़ रही हैं। इनके पति इंद्र प्रताप तिवारी उर्फ खब्बू तिवारी गोसाईंगंज से विधायक थे। कुछ महीने पहले फर्जी मार्कशीट में मामले में जेल में हैं। सजा होने के बाद इनकी विधानसभा की सदस्यता रद्द हो गई। इनकी शादी 2017 में हुई। फिलहाल यहां से भाजपा ने उनकी पत्नी आरती तिवारी को उम्मीदवार घोषित किया है।
शाइस्ता परवीन:
बाहुबली अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन प्रयागराज पश्चिम सीट से आल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन पार्टी की उम्मीदवार हैं। इनके पति अतीक अहमद प्रयागराज पश्चिम से पांच बार विधायक रह चुके हैं। फिलहाल अतीक अहमद अहमदाबाद स्थित साबरमती जेल में बंद हैं और उनकी राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाने के लिए उनकी पत्नी शाइस्ता परवीन चुनाव लड़ रही हैं।
महाराजी प्रजापति:
अखिलेश यादव की सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे गायत्री प्रजापति की पत्नी महाराजी प्रजापति समाजवादी पार्टी के टिकट पर अमेठी से चुनाव लड़ रही हैं। समाजवादी पार्टी के शासनकाल में भूतत्व एवं खनिकर्म विभाग के मंत्री के तौर पर गायत्री प्रजापति का काफी दबदबा था। दुष्कर्म के मामले में गायत्री जेल में हैं। फिलहाल उनकी पत्नी महाराजी प्रजापति अपने पति की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाने के लिए कड़ी मेहनत कर रही हैं।
मुक्ता राजा:
अलीगढ़ शहर सीट से भाजपा के सीटिंग विधायक संजीव राजा की पत्नी मुक्ता राजा को पार्टी ने इस बार उम्मीदवार बनाया है। पुलिसकर्मियों से मारपीट मामले में संजीव के खिलाफ मामला दर्ज है। इस मामले में हाईकोर्ट में सुनवाई चल रही है। ऐसी स्थिति में मुक्ता राजा अपने पति की राजनीतिक विरासत को सहेजने की कोशिश में लगी हैं।
भाई के लिए संघर्ष कर रही है बहन:
पश्चिमी उत्तर प्रदेश की सबसे हाईप्रोफाइल सीट में शामिल कैराना से समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार नाहिद हसन चुनाव लड़ रहे हैं। गैंगस्टर एक्ट के तहत नाहिद जेल में हैं। हालांकि उनका पर्चा वैध पाया गया है। उनकी जीत सुनिश्चित करने के लिए उनकी बहन इकरा हसन काफी मेहनत कर रही हैं।
पढ़ते रहिए www.up80.online फर्जी मार्कशीट मामले में भाजपा विधायक खब्बू तिवारी की सदस्यता रद्द