यूपी 80 न्यूज़, लखनऊ
आखिर युवाओं के विरोध के आगे योगी सरकार झुक गई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को पुलिस भर्ती परीक्षा रद्द करने की घोषणा की और अगले छह महीने में पुनः परीक्षा संपन्न कराने की घोषणा की। पिछले सप्ताह पुलिस भर्ती परीक्षा आयोजित की गई थी।
बता दे कि पिछले सप्ताह आयोजित यूपी पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा का पेपर लीक होने की खबरों के बाद बड़ा फैसला लेते हुए शनिवार को परीक्षा रद्द करने का फैसला लिया गया है। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि युवाओं की मेहनत और परीक्षा की शुचिता से खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की जाएगी। परीक्षा की गोपनीयता भंग करने वाले एसटीएफ की रडार पर हैं। अब तक कई बड़ी गिरफ्तारियां हो चुकी हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोशल मीडिया साइट पर कहा कि आरक्षी नागरिक पुलिस के पदों पर चयन के लिए आयोजित परीक्षा-2023 को निरस्त करने तथा आगामी छह माह के भीतर ही पुन: परीक्षा कराने के आदेश दिए हैं।
उन्होंने कहा कि परीक्षाओं की शुचिता से कोई समझौता नहीं किया जा सकता। युवाओं की मेहनत के साथ खिलवाड़ करने वाले किसी भी दशा में बख्शे नहीं जाएंगे। ऐसे अराजक तत्वों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई होनी तय है।
बता दे कि पुलिस भर्ती परीक्षा में पेपर लीक मामले को लेकर छात्र लखनऊ से लेकर प्रयागराज तक आंदोलित थे। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव सहित विपक्ष के कई नेताओं ने इस मुद्दे को उठाया था।