यूपी80 न्यूज, नई दिल्ली
प्रखर समाजवादी नेता, सामाजिक न्याय की बुलंद आवाज रहे जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व केंद्रीय कैबिनेट मंत्री शरद यादव (75 साल) का लंबी बीमारी की वजह से गुरुवार को गुरुग्राम के फोर्टिस अस्पताल में निधन हो गया। 1 जुलाई 1947 को मध्य प्रदेश को होशंगाबाद में एक सामान्य किसान परिवार में जन्मे शरद यादव ने छात्र राजनीति से अपने राजनीतिक पारी की शुरूआत की थी।
शरद यादव ने मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और बिहार में अपना राजनीतिक परचम लहराया। 1971 में जबलपुर में इंजीनियरिंग की पढ़ाई के दौरान ही शरद यादव छात्र संघ के अध्यक्ष चुने गए। इंजीनियरिंग में शरद यादव गोल्डमेडलिस्ट रहे।
सामाजवादी नेता डॉ.राम मनोहर लोहिया से प्रेरित होकर शरद यादव ने कई राजनीतिक आंदोलनों में हिस्सा लिया। मीसा के तहत आपको कई बार जेल जाना पड़ा। मंडल आयोग की सिफारिशों को लागू करवाने में आपने अहम भूमिका निभाई।
राजनीतिक पारी, एक नजर:
1974 में पहली बार जबलपुर से सांसद चुने गए
1977 में भी जबलपुर से दूसरी बार सांसद बने
1986 में राज्यसभा सांसद बने
1989 में यूपी के बदायूं से लोकसभा सांसद चुने गए
1991 से 2014 तक बिहार के मधेपुरा से सांसद रहे
1999 में उन्होंने मधेपुरा में लालू यादव को हराया
मंत्री बने:
1989-90 में केंद्रीय टेक्सटाइल एवं फूड प्रोसेसिंग मंत्री बने
बाजपेयी सरकार में नागरिक उड्डयन मंत्री बने
जनता दल के अध्यक्ष भी रहे:
1997 में आप जनता दल के अध्यक्ष बने।