वाराणसी डीएम ने पशुओं में बढ़ रही लम्पी स्किन डिजीज की रोकथाम हेतु आवश्यक निर्देश दिया
यूपी80 न्यूज, वाराणसी
घायल अथवा बीमार पशुओं के इलाज के लिए नगर निगम क्षेत्र के एक पशुचिकित्सालय को 24 घंटे संचालित किया जाएगा। इसके लिए कंट्रोल रूम भी स्थापित किया जाएगा और उसका नंबर सार्वजनिक किया जाएगा। वाराणसी के जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने नगर निगम को यह निर्देश दिया है। उन्होंने नगर निगम नियमित रूप से कुत्तों के लिए एनिमल बर्थ कंट्रोल प्रोग्राम संचालित करने पर भी जोर दिया।
जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा मंगलवार को विकास भवन सभागार में सोसायटी फार प्रीवेंशन आफ क्रुएलिटी टू एनिमल्स (एसपीसीए) के जिला अनुश्रवण समिति के सदस्यों के बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कमेटी में नगर आयुक्त, मुख्य विकास अधिकारी, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी, अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत, नगर स्वास्थ्य अधिकारी, प्राइवेट गोशाला के प्रतिनिधि, बधियाकरण करने वाली संस्था के प्रतिनिधि को सदस्य बनाने के लिए निर्देशित किया।
निराश्रित गोवंश को आश्रय स्थलों तक पहुंचाने हेतु ग्रामीण क्षेत्रों में जिला पंचायत को दो कैटल कैचर की व्यवस्था करने एवं प्रत्येक विकास खंड में एक अस्थाई गोवंश आश्रय स्थल को कांजी हाउस के रूप में संचालित करने के लिए निर्देशित किया।
वर्तमान में लम्पी स्किन डिजीज के प्रसार को देखते हुए ग्रामीण क्षेत्रों के पशु बाड़ों में साफ सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित करने एवं प्रदेश सरकार द्वारा संचालित गोवंश आश्रय स्थलों में किसी भी अनाधिकृत व्यक्ति के प्रवेश पर रोक लगाने के लिए निर्देशित किया। उन्होंने सभी पशुचिकित्साधिकारियों को अस्थाई गोवंश आश्रय स्थलों का नियमित भ्रमण, चिकित्सा एवं टीकाकरण इत्यादि कार्य करने तथा खंड विकास अधिकारियों को अवस्थापना से संबंधित सभी कमियों को पूरा करने के लिए निर्देशित किया।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी, अपर मुख्य अधिकारी, जिला पंचायत राज अधिकारी समस्त खंड विकास अधिकारी एवं समस्त उप मुख्य/पशु चिकित्सा अधिकारी एवं नामित सदस्य उपस्थित थे।