यूपी80 न्यूज, गाजियाबाद
पीएम नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को साहिबाबाद रैपिडेक्स स्टेशन पर देश की पहली रैपिडेक्स ट्रेन RapidX Train को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया, उन्होंने इस ट्रेन का नाम ‘नमो भारत Namo Bharat Train’ रखा है। इस अवसर पर उन्होंने दिल्ली-गाजियाबाद – मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर के प्रायोरिटी सेक्शन का उद्घाटन किया। लगभग 30 हजार करोड़ की लागत से तैयार हो रही इस मेगा परियोजना में 160 किमी प्रति घंटा की स्पीड से ट्रेन चलेगी।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि ‘नमो भारत’ में देश के भविष्य की झलक दिखती है। आने वाले 10 साल में देश की पूरी रेल बदली नजर आएगी। उन्होंने कहा कि नमो भारत को दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान जैसे देश के अन्य हिस्सों से भी कनेक्ट किया जाएगा। इसकी आवाज हवाई जहाज की आवाज से भी कम और सुविधाजनक है।
PM मोदी ने नवरात्रि पर देश को दी पहली रैपिड रेल #RaipidRail 'नमो भारत' की सौगात, 100-160 KM प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़गी नमो भारत #NamoBharat pic.twitter.com/GJgGvgUrI8
— up80.online (@Up80Online) October 20, 2023
इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि लगभग चार साल पहले दिल्ली, गाजियाबाद, मेरठ, रीजनल कॉरिडोर प्रोजेक्ट की आधारशिला रखी गई थी। आज साहिबाबाद से दुहाई डिपो तक उस हिस्से पर नमो भारत का संचालन शुरू हो गया है। उन्होंने कहा कि जिस योजना का हम शिलान्यास हम करते हैं, उसका उद्घाटन भी हम ही करते हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि मेरठ वाला हिस्सा साल-डेढ़ साल बाद पूरा होगा। उस समय भी आपकी सेवा में मौजूद रहूंगा।
नमो भारत, भविष्य के भारत की झलक:
पीएम मोदी ने कहा कि तेज रफ्तार वाली नमो भारत मेड इन इंडिया ट्रेन है। प्लेटफार्म का स्क्रीन डोर के सिस्टम भी मेड इन इंडिया है।
पीएम ने क्यूआर कोड स्कैन करके खरीदा पहला टिकट:
पीएम मोदी ने मोबाइल से क्यूआर कोड स्कैन करके पहला टिकट खरीदा और ट्रेन में बैठे, जहां उन्होंने छात्रों से मुलाकात की। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राज्यपाल आनंदी बेन पटेल और केंद्रीय शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह पुरी भी उपस्थित रहे।
एक्सप्रेस हाईवे के बाद रैपिड रेल की सौगात:
इस अवसर पर सीएम योगी ने कहा कि यह ट्रेन दिल्ली से मेरठ की दूरी को कम कर देगी। इससे पहले मेरठ को 12 लेन के एक्सप्रेस हाईवे के साथ भी जोड़ा जा चुका था। जो दूरी पहले चार घंटे में तय की जाती थी वह आज मात्र 45 मिनट में पूरी हो सकेगी। यही स्थिति रैपिड रेल के प्रारंभ होने से भी होगी।