सपा के जिलाध्यक्ष नहीं लड़ेंगे चुनाव
लखनऊ, 11 दिसंबर
यूपी 2022 फतह के लिए समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने कड़ा फैसला लिया है। पार्टी के जिलाध्यक्ष एवं महानगर अध्यक्ष विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे। पार्टी के ये पदाधिकारी अपना पूरा समय संगठन को मजबूत करने में देंगे।
पार्टी की तरफ से जिलाध्यक्षों से लिखित वचन मांगा जा रहा है कि वो चुनाव नहीं लड़ेंगे। चूंकि चुनाव के समय अधिकांश जिलाध्यक्ष ही टिकट की कतार में खड़े हो जाते हैं। ऐसे में संगठन का कार्य प्रभावित होता है। दूसरी ओर भाजपा और बसपा जैसी प्रमुख पार्टियां अपने संगठन पर ज्यादा ध्यान देती हैं। जिसका चुनाव में बेहतर परिणाम भी देखने को मिलता है।
पूर्व मुख्यमंत्री एवं समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव को भली-भांति मालूम है कि 2022 में उनका मुकाबला भाजपा जैसी राष्ट्रीय पार्टी से है, जिसने लोकसभा चुनाव 2014 और 2019 के अलावा विधानसभा चुनाव 2017 में समाजवादी पार्टी को बुरी तरह से पटखनी दी। अत: भाजपा से कड़ा मुकाबला को देखते हुए अखिलेश यादव अपने संगठन को मजबूती देने में जुटे हैं। हाल ही में प्रदेश में हुए उपचुनाव में समाजवादी पार्टी का प्रदर्शन बेहतर रहा और दूसरे पायदान पर रही।
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अखिलेश यादव पहले ही बिना गठबंधन चुनाव लड़ने की घोषणा कर चुके हैं। ऐसे में उन्हें और ज्यादा मेहनत करने की जरूरत है। हाईकोर्ट के अधिवक्ता एवं उत्तर प्रदेश की राजनीति को ठीक से समझने वाले नंद किशोर पटेल कहते हैं कि अखिलेश यादव जानते हैं कि 2022 का मुकाबला काफी चुनौतीपूर्ण है। इसके लिए सबसे पहले संगठन को मजबूत करना जरूरी है और इसी के तहत उन्होंने यह महत्वपूर्ण कदम उठाया है। इस फैसले से जिलाध्यक्ष अपने संगठन को चुस्त करने के लिए पूरी मेहनत करेंगे।
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