तेजस्वी यादव ने पूछा, “केंद्रीय नौकरियों में आरक्षित वर्ग के 80 परसेंट पद खाली क्यों हैं?”
नई दिल्ली, 20 अगस्त
आरक्षण को लेकर एक बार फिर मामला तूल पकड़ रहा है। रविवार को संघ प्रमुख मोहन भागवत के बयान पर विपक्षी नेताओं ने चौतरफा हमला किया है। आरक्षण जैसे गंभीर मामले में अब कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत पर निशाना साधा है।
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प्रियंका गांधी ने सोशल मीडिया पर टि्वट किया है,“ आरएसएस का हौसला बढ़ा हुआ है और मंसूबे खतरनाक हैं। जिस समय भाजपा सरकार एक-एक करके जनपक्षधर कानूनों का गला घोंट रही है। आरएसएस ने भी लगे हाथ आरक्षण पर बहस करने की बात उठा दी है। बहस तो शब्दों का बहाना है मगर RSS-BJP का असली निशाना सामाजिक न्याय है। लेकिन क्या आप ऐसा होने देंगे?“
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केंद्र में एक भी सचिव ओबीसी और ईबीसी क्यों नहीं है? : तेजस्वी यादव
राष्ट्रीय जनता दल के युवा नेता एवं बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा है, “मोहन भागवत जी के बयान के बाद आपको यह साफ होना चाहिए कि क्यों हम आपको “संविधान बचाओ” और बेरोजगारी हटाओ, आरक्षण बढ़ाओ, के नारों के साथ आगाह कर रहे थे। सौहार्दपूर्ण माहौल की नौटंकी में ये आपका आरक्षण छीन लेने की योजना में काफी आगे बढ़ चुके हैं। जागो, जगाओ और अधिकार बचाने की मशाल जलाओ।” इसके आगे उन्होंने कहा, “आरक्षण को लेकर आरएसएस –बीजेपी की मंशा ठीक नहीं है। बहस इस बात पर करिए कि इतने वर्षों बाद भी केंद्रीय नौकरियों में आरक्षित वर्गों के 80 परसेंट पद खाली क्यों हैं? उनका प्रतिनिधित्व सांकेतिक भी नहीं है। केंद्र में एक भी सचिव ओबीसी और ईबीसी क्यों नहीं है? कोई कुलपति एससी, एसटी अथवा ओबीसी क्यों नहीं है? करिए बहस?”